हद हो गई - बच्चों को पढ़ाना छोड़ मध्यान्ह भोजन बनाने मजबूर शिक्षक Teacher forced to make mid-day meal leaving teaching children

शिक्षा विभाग का अजीबो गरीब मामला ,,  निकम्मा का मामला अभी थमा ही नहीं ,, और  बच्चों के झाड़ू लगाने पर प्रधान पाठक निलंबित ,, शिक्षा अधिकारी के बिगड़े बोल ,, कह रहे शिक्षक लगाए झाड़ू और भरे पानी , अब मध्यान्ह भोजन भी बना रहे शिक्षक Weird case of education department,, the useless case is not over yet, and the head reader suspended for sweeping the children, the bad words of the education officer, saying that the teachers used brooms and filled water, now they are also making mid-day meal Teacher

a2zkhabri.com न्यूज़ - प्रदेश में अभी स्कूल खुले लगभग 20 दिन हो गए है लेकिन शिक्षा विभाग के अंतर्गत गहमा गहमी मची हुई है। शिक्षा प्रमुख सचिव के द्वारा शिक्षकों को निकम्मा कहने का मामला अभी थमा भी नहीं है कि , कई और  नए - नए और उटपटांग मामले सामने आ रहे है। बीतें दिनों बच्चोंके  झाड़ू लगाने का वीडियो वायरल होने पर संयुक्त संचालक सरगुजा शिक्षा संभाग द्वारा प्रधान पाठक को निलंबित कर दी गई। वही कोटा बीइओ के द्वारा प्रधान पाठक को  झाड़ू लगाने और पानी भरने की बात कही गई। अब एक और नया मामला सामने आया  है जिसमे शिक्षक बच्चों को पढ़ाना छोड़ मध्यान्ह भोजन  बनाते नजर आ रहे है।

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शिक्षक बना रहे मध्यान्ह भोजन - शिक्षकों के द्वारा मध्यान्ह भोजन बनाने का मामला बालोद जिले से आया है जहाँ शिक्षक बच्चों को पढ़ाना छोड़कर मध्यान्ह भोजन बना रहे है। मामले की तहकीकात करने पर पता चला की रसोइया के कार्य करने का समय डेढ़ घंटा निर्धारित की गई है। ऐसे में कई स्कूलों के रसोइया डेढ़ घंटे काम करने के बाद घर चले जाते है। ऐसे में अब यदि मध्यान्ह भोजन बनना बाकी है तो आगे की जिम्मेदारी प्रधान पाठक और मध्यान्ह भोजन समूह की है। समूह के सदस्यों के अनुपस्थिति में शिक्षक मज़बूरी में मध्यान्ह भोजन पका रहा है। 

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रसोइया हेतु डेढ़ घण्टा समय निर्धारित,, क्या कहते है अधिकारी - मिली जानकारी के अनुसार स्कूल में खाना बनाने वाले रसोइयों को डेढ़ घंटा काम करना है , उसके बाद की जिम्मेदारी मध्यान्ह भोजन सञ्चालन करने वाली समूह और प्रधान पाठक की है। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया की इस सम्बन्ध में उच्च अधिकारीयों को अवगत कराया गया है। स्कूलों से शिकायत के बाद इसका समाधान निकालने का प्रयास किया जा रहा है। वही खंड शिक्षा अधिकारी ने भी  जल्द से जल्द व्यवस्था बनाने की बात कही है। कुछ जगहों से शिकायत आई है कि शिक्षक मज़बूरी में मध्यान्ह भोजन बना रहे है। शिक्षकों को भी निर्देशित किया गया है कि वे समूहों के माध्यम से खाना बनवाएं। 

ब्रेकिंग- बच्चों के द्वारा झाड़ू लगाने का वीडियो वायरल ,,, प्रधान पाठक निलंबित , सफाई कर्मचारी हड़ताल पर ,, क्या शिक्षक लगाए झाड़ू,,, 

शिक्षा सचिव के द्वारा निकम्मा कहने पर प्रदेशभर के शिक्षकों में उबाल - शैक्षणिक कार्यों के साथ - साथ पुरे सत्र गैर शैक्षणिक कार्यों को करने मजबूर शिक्षकों को शिक्षा सचिव के द्वारा निकम्मा कहने पर पुरे प्रदेश में बवाल मचा हुआ है। प्रदेश के सभी शिक्षक संगठन शिक्षा सचिव की संविदा नियुक्ति को तत्काल समाप्त करने राज्य सरकार से मांग कर रहे है। वही सभी शिक्षक संगठनों ने शिक्षा सचिव के बयान पर कड़ा ऐतराज जताते हुए निंदा प्रस्ताव पास किये है। और शासन को  इस पर कड़ी कार्यवाही करने की मांग कर रहे है। 

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बच्चों के झाड़ू लगाने पर प्रधान पाठक निलंबित - ताजा मामला कोरिया जिला के अंतर्गत का है। सोशल मिडिया पर बच्चों के झाड़ू लगाने का वीडियो वायरल होने पर सम्बंधित प्रधान पाठक को जेडी सरगुजा द्वारा निलंबित कर  दी गई है। जबकि 16 जून से सभी सफाई कर्मचारी हड़ताल पर है। जब सफाई कर्मचारी हड़ताल पर है तो क्या,,, ? स्कूलों की साफ सफाई , झाड़ू लगाने और पानी भरने का कार्य शिक्षक और प्रधान पाठक करेंगे,,,? उक्त मामला अभी शांत नहीं हुआ कि कोटा खंड शिक्षा अधिकारी ने विवादित बयान देते हुए सफाई कर्मचारियों की अनुपस्थिति में शिक्षकों को झाड़ू लगाने और पानी भरने कहा। इस तरह से अभी प्रदेश में शिक्षा विभाग के अंतर्गत तरह - तरह के मामले सामने आ रहे है। 

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