शिक्षक लगा रहे झाड़ू,, सफाई कर्मी हड़ताल पर ,, देखें वीडियो Teacher is applying broom, sweeper on strike, watch video

सफाई कर्मी के हड़ताल में होने के कारण शिक्षक लगा रहे स्कूलों में झाड़ू , बच्चों से झाड़ू लगवाने पर अधिकारी कर रहे निलंबित , शिक्षक के झाड़ू लगाते वीडियो वायरल , देखें वीडियो Teachers are sweeping schools due to sanitation workers being on strike, officers are suspended for sweeping children, video of teacher sweeping goes viral, watch video

a2zkhabri.com रायपुर - 16 जून से स्कूल सफाई कर्मचारियों का अनिश्चितकालीन आंदोलन में चले जाने के कारण स्कूलों की साफ़ सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। सोशल मिडिया में शिक्षक के द्वारा स्कूल में झाड़ू लगाने का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वही कई जगहों पर शिक्षकों के द्वारा झाड़ू लगाने की खबर आ रही है। कुछ दिन पहले सोशल मिडिया में ही बच्चों के द्वारा झाड़ू लगाने का वीडियो वायरल होने पर संयुक्त संचालक ने प्रधान पाठक को निलंबित कर दिया है। यही कारण है कि बहुत से प्रधान पाठक और शिक्षक स्वयं स्कूलों में साफ़ सफाई की जिम्मेदारी संभाले हुए है। वही वायरल वीडियो को मुंगेली जिला का बताया जा रहा है। 

वीडियो नीचे देखें - 

बच्चों से झाड़ू लगवाने पर प्रधान पाठक निलंबित - कुछ दिन पहले ही सोशल मिडिया में छात्रों के द्वारा साफ़ - सफाई करने का वीडियो वायरल हुआ था। वायरल वीडियो की जाँच के बाद सम्बंधित मिडिल स्कूल के पाठक को संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग सरगुजा द्वारा निलंबित कर दी गई है। वही स्कूलों में सफाई कर्मी भी पिछले कई दिनों से आंदोलन के कारण नदारद है। नए सत्र की शुरुआत हुई है तब से स्कूलों में साफ - सफाई की जिम्मेदारी प्रधान पाठक और शिक्षकों पर आ गई है। बच्चों से झाड़ू लगाने का मामला सामने आने के बाद बहुत से स्कूलों के शिक्षक अब स्वयं झाड़ू लगा रहे है। उनमे से एक वीडियो सोशल मिडिया में भी देखा जा सकता है। इस कार्यवाही पर सभी शिक्षक संगठनों ने विरोध जताया है। 

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बच्चों को पढ़ाना छोड़ शिक्षक बना रहे मध्यान्ह भोजन - शिक्षकों के द्वारा मध्यान्ह भोजन बनाने का मामला बालोद जिले से आया है जहाँ शिक्षक बच्चों को पढ़ाना छोड़कर मध्यान्ह भोजन बना रहे है। मामले की तहकीकात करने पर पता चला की रसोइया के कार्य करने का समय डेढ़ घंटा निर्धारित की गई है। ऐसे में कई स्कूलों के रसोइया डेढ़ घंटे काम करने के बाद घर चले जाते है। ऐसे में अब यदि मध्यान्ह भोजन बनना बाकी है तो आगे की जिम्मेदारी प्रधान पाठक और मध्यान्ह भोजन समूह की है। समूह के सदस्यों के अनुपस्थिति में शिक्षक मज़बूरी में मध्यान्ह भोजन पका रहा है। 

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शिक्षा सचिव के द्वारा निकम्मा कहने पर प्रदेशभर के शिक्षकों में उबाल - शैक्षणिक कार्यों के साथ - साथ पुरे सत्र गैर शैक्षणिक कार्यों को करने मजबूर शिक्षकों को शिक्षा सचिव के द्वारा निकम्मा कहने पर पुरे प्रदेश में बवाल मचा हुआ है। प्रदेश के सभी शिक्षक संगठन शिक्षा सचिव की संविदा नियुक्ति को तत्काल समाप्त करने राज्य सरकार से मांग कर रहे है। वही सभी शिक्षक संगठनों ने शिक्षा सचिव के बयान पर कड़ा ऐतराज जताते हुए निंदा प्रस्ताव पास किये है। और शासन को  इस पर कड़ी कार्यवाही करने की मांग कर रहे है। वही अभी - अभी कोटा बीईओ के द्वारा विवादस्पद बयान दिया गया है ,उन्होंने कहा की सफाई कर्मचारी की उपस्थिति में शिक्षक झाड़ू लगाए और पानी भरे। इस पर भी काफी विवाद हुआ है। 

देखें वीडियो 👇- 

नए शिक्षा सत्र के शुरुआत से ही इस बार कई विवाद सामने आ रहे है। वही एक माह पहले नेशनल अचीवमेंट सर्वे के रिपोर्ट में राज्य की शिक्षा गुणवत्ता काफी ख़राब थी। शिक्षा गुणवत्ता में गिरावट के लिए बार - बार और लगातार प्रयोग को शिक्षक संगठनो के द्वारा कारण बताया गया। वही नए सत्र में स्कूल शिक्षा विभाग के द्वारा पिछले वर्ष के आकलन पैटर्न में पुनः बदलाव करते हुए 6 मासिक आकलन के साथ - साथ तिमाही , अर्धवार्षिक और वार्षिक आकलन के निर्देश दिए है। वही इस साल प्रत्येक शनिवार बस्ता मुक्त विद्यालय कर दी गई है। अब कक्षा 1 से 8 तक के बच्चे प्रत्येक शनिवार बस्ता के बगैर स्कूल आएंगे और खेल - खेल के माध्यम से सीखेंगे। 

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