शिक्षक से नेता बने नगर पालिका अध्यक्ष बर्खास्त CG Teachers Turned Politician Sacked

नाली खोटाले के चर्चित आरोपी नगर पालिका अध्यक्ष एवं पूर्व शिक्षक बर्खास्त Well Know Accused Of Nali Ghotale Municipality President And Ex Teacher Sacked 

a2zkhabri.com मुंगेली - नगर पालिका मुंगेली के चर्चित नाली घोटाला के मुख्य आरोपी संतुलाल सोनकर नगर पालिका अध्यक्ष एवं पूर्व शिक्षक को बर्खास्त कर दिया गया है। राज्य सरकार के निर्देश पर नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने उन्हें बर्खास्त कर दिया है। संतुलाल सोनकर शिक्षक की नौकरी से स्तीफा देकर राजनीति में कदम रखा था। वर्तमान में वह नगर पालिका मुंगेली के अध्यक्ष थे। 

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वर्तमान में है मुंगेली उप जेल में बंद - नाली घोटाले के आरोपी कई माह के फरारी काटने के बाद कोर्ट में सरेंडर किया था। सरेंडर के बाद पुलिस ने उन्हें पकड़कर कोर्ट के निर्देशानुसार जेल में डाल दिया है। वह अग्रिम जमानत के लिए फरारी के समय में भी लगातार प्रयास करते हुए सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गए थे। वही सुप्रीम कोर्ट से उन्हें जमानत तो नहीं मिली हालाँकि कुछ दिन की मोहलत अवश्य मिली थी। मोहलत के ख़त्म होते ही पुलिस ने उसे गिरप्तार कर लिया था। कोर्ट के निर्देश  पर अभी मुंगेली उपजेल में बंद है। 

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शिक्षक से बने नेता और बिल्डर / व्यापारी  - संतुलाल सोनकर नेता बनने से पहले वह सरकारी शिक्षक  पर कार्यरत थे। वही उन्होंने शहर में बिल्डर  भी जाने जाते थे। चुनाव के पहले उन्होंने शिक्षक पद से स्तीफा देकर भाजपा के टिकट से पार्षद बने और अपने मेहनत के बदौलत नगर पालिका अध्यक्ष भी बन गए। नगर पालिका अध्यक्ष के तौर पर कुछ समय ही कार्य करने  वह 14 लाख के नाली घोटाले में फंस गए। जाँच पड़ताल में आरोपी भी सिद्ध हो गए है। फिलहाल वह मुंगेली उपजेल में बंद है। 

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यह था मामला - ज्ञात हो कि मुंगेली नगर पालिका के परमहंश वार्ड में 14 लाख का नाली निर्माण कार्य आया था। नाली निर्माण किये बगैर ही नगर पालिका अध्यक्ष , मुख्य नगर पालिका अधिकारी, इंजिनियर एवं बाबू सहित कई लोगों ने मिलकर 14 लाख रूपये को हजम कर गए। वही नाली निर्माण के नाम पर एक ईंट भी नहीं रखी गई। जांचपड़ताल में शिकायत सही पाई गई। कई महीना के फरारी काटने और अग्रिम जमानत , बेल नहीं मिलने के कारण कोर्ट में सरेंडर कर गिरप्तारी दी थी। 

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राज्य सरकार के निर्देश पर हुए बर्खास्त - मुंगेली में नाली घोटाले की चर्चा पुरे राज्य में थी। वही कांग्रेस के पार्षद अध्यक्ष  बर्खास्त करने की लगातार मांग सहित धरना प्रदर्शन भी किये थे। राज्य सरकार के निर्देशानुसार नगरीय प्रशासन विभाग ने उन्हें बर्खास्त कर दिया है। अब आने वाले दिनों में फिर कई पार्षद अध्यक्ष हेतु अपना दावा पेश करेंगे। बर्खास्त होते ही कई पार्षद अध्यक्ष पद की दावेदारी करने लगे है। नगर पालिका अध्यक्ष को बर्खास्त करने का मुद्दा मुंगेली सहित पुरे प्रदेश में दिनभर चर्चा का विषय बना रहा। 

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