मुख्यमंत्री से चर्चा के बाद मनीष मिश्रा ने आंदोलन किया स्थगित , वही हजारों साथी आंदोलन पर अड़े, मनीष मिश्रा के कार्यशैली पर उठ रहे सवाल Fedreration Movement Postpond , Half The Teachers Adamant For The Movement
a2zkhabri.com रायपुर - वेतन विसंगति के मुद्दे पर राजधानी रायपुर में होने वाले सहायक शिक्षकों का धरना प्रदर्शन विवाद का रूप लेता जा रहा है। देर रात शिक्षा मंत्री, मुख्यमंत्री से मिले आश्वाशन के बाद मनीष मिश्रा सहित कई प्रान्त स्तरीय शिक्षक नेता आंदोलन को वापस लेने का ऐलान कर चुके है वही कई जिलाध्यक्ष , प्रान्त पदाधिकारी एवं ब्लाक अध्यक्ष अभी भी आंदोलन के लिए अड़े है। इस तरह से आज के आंदोलन में आम सहायक शिक्षक साथी भ्रमित हो गए है। जिस प्रकार से मुख्यमंत्री से सिर्फ मिले आश्वाशन से आंदोलन वापस लिया है जिससे प्रदेश के लाखो सहायक शिक्षक नाराज है।
ब्रेकिंग - 17 फीसदी डीए के साथ वेतन गणना चार्ट यहाँ देखें।
मुख्यमंत्री से प्रतिनिधि मंडल की चर्चा - मनीष मिश्रा सहित दर्जन भर शिक्षक नेता कल शिक्षा सचिव, शिक्षा मंत्री एवं मुख्यमंत्री से वेतव विसंगति के मुद्दे पर चर्चा किए। चर्चा उपरांत मुख्यमंत्री ने तत्काल समिति बनाकर 3 माह के अंदर वेतन विसंगति को हर हाल में दूर करने का वादा किया। मुख्य मंत्री से मिले आश्वाशन के बाद शिक्षक नेता आंदोलन से वापस अपना हाथ खिंच लिए। आनन फानन में लिए गए निर्णय से आम सहायक शिक्षक साथी सहित कई प्रान्त स्तरीय नेता , जिलाध्यक्ष , ब्लाक अध्यक्ष नाराज हो गए और मनीष मिश्रा के कार्यशैली पर एक बार फिर सवाल उठने लगे।
ब्रेकिंग - मुख्य मंत्री ने 5 % डीए बढ़ाने का किया ऐलान , अभी भी 11 % पीछे।
शिक्षक साथी धरना स्थल पहुंचे या नहीं - मुख्यमंत्री से चर्चा के बाद मनीष मिश्रा पद यात्रा रैली को स्थगित कर दिया है। वही उन्होंने कहा है कि जो शिक्षक साथी घर से निकल चुके है वे धरना स्थल पहुंचे। और जो शिक्षक साथी घर से नहीं निकले है वे धरना स्थल न आए। मुख्य मंत्री से मिले आश्वाशन और चर्चा के विषय में धरना स्थल पर पहुंचे आम सहायक शिक्षकों एवं पदाधिकारियों के समक्ष बात रखी जाएगी। अतः शिक्षक साथी अपने स्व विवेक से निर्णय लेकर आज धरना स्थल पर उपस्थित हो सकते है। लेकिन रैली का आयोजन नहीं होगा।
ब्रेकिंग - वेतन विसंगति के मुद्दे पर मोर्चा का अनिश्चित कालीन आंदोलन ऐलान ।
कई शिक्षक नेता और हजारों सहायक शिक्षक साथी आंदोलन हेतु अड़े - रातों रात मनीष मिश्रा एवं एवं अन्य दर्जन भर नेताओं के द्वारा अचानक सिर्फ आश्वाशन मिलने से आंदोलन से ठीक पहले हाथ खिंच लेने से लाखों सहायक शिक्षक नाराज है। जिस प्रकार से पुरे राज्य में आंदोलन हेतु माहौल बना था ऐसे आज तक के इतिहास में कभी नहीं बना था। राज्य भर से करीब 60 से 70 हजार सहायक शिक्षकों के पहुँचाने की उम्मीद थी। कई शिक्षक साथी अभी भी आंदोलन पर अड़े हुए है और सहायक शिक्षकों को धरना स्थल बूढ़ा तालाब पर अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होने अपील कर रहे है।
पद यात्रा रैली धरना में होगा तब्दील - कई जिला अध्यक्षों और प्रान्त स्तरीय नेताओं ने बयान जारी कर अधिक से अधिक संख्या में अपने सहायक शिक्षकों को बूढ़ा तालाब स्थित धरना स्थल में पहुँचाने अपील किये है। हालाँकि पद यात्रा रैली को स्थगित किया गया है लेकिन धरना प्रदर्शन और रैली निकालने की बात कर रहे है। इस तरह से पदाधिकारियों में आपसी खिंच तान की स्थिति निर्मित हो गई है। राज्य शासन फूट डालों और राज्य करों की निति पर सफल हो गई है। अचानक आंदोलन से हाथ खिंच लेने से सहायक शिक्षकों का बड़ा ग्रुप नाराज हो गया है। आंदोलन के उहापोह स्थिति के बावजूद भारी संख्या में सहायक शिक्षकों के पहुँचने की अब भी उम्मीद है।
1 Comments
01/01/11को सरकार ने क्रमोनति वेतन सहायक शिक्षको को 4500-125-7000 का आदेश जारी किया।
ReplyDelete01/04/21को समय मान वेतन का आदेश जारी किया गया उसके आधार पर सभी सहायक शिक्षको को उक्त वेतनमान का आदेश जारी सेवा पुस्तिका मे दर्ज कर वेतन दिया गया।
01/05/13से पुनरिक्षित वेतन मे अंतिम वेतन मे 1.86का गुणा कर वेतन निर्धारण किया जाना था जो नही हुआ जिसका परिणाम वेतन विषंगति जिसे दूर कराने मे सहायक शिक्षक लामबंद हो।
2017मे धिक्कार रैली निकाल कर प्रदर्शन किये ।कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणा पत्र मे शामिल कर कहा कि सहायत शिक्षको के साथ अन्याय हो रहा है हमारी सरकार बनते ही वेतन विषंगति दुर करेगी।
अब कमेटी केवल हडताल टालने का एक विकल्प है ।