सीएसी को 3 कालखंड पढ़ाने पुनः जारी हुआ आदेश,, उच्च कार्यालय के आदेशों को अवहेलना करना पड़ेगा महंगा, डीईओ नाराज Instructions Issued Again To Teach Package CAC In School

उच्च अधिकारियों के आदेशों का सीएसी (संकुल समन्वयक ) कर रहे अवहेलना , स्कूल में पढ़ाना छोड़ अभी भी अधिकारी गिरी करना जारी , डीईओ ने जारी किया पुनः निर्देश जारी Instructions Issued Again To Teach Package CAC In School 



a2zkhabri.com रायगढ़ - कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी ने कार्यरत सभी संकुल समन्यवकों  को स्कूलों में प्रतिदिन तीन कालखंड लेने सख्त निर्देश जारी किया है। ज्ञात हो कि प्रदेश में संकुल व्यवस्था के तहत लगभग 5500 संकुल समन्वयक कार्य कर रहे है। शासन के नियमानुसार और जारी नियुक्ति आदेश के गाइडलाइन के अनुसार सभी समन्वयकों को प्रति दिन अपने पदस्थ मूल शाला में तीन पिरेड पढ़ाने के बाद संकुल के अन्य अकादमिक कार्यों को करना है। संकुल समन्वयक उच्च कार्यालय के आदेशों का अवहेलना करते हुए मनमानी कर रहे , और स्कूलों में पढ़ाने कोई रूचि नहीं ले रहे। 

जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा जारी आदेश डाउनलोड करें - 

कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी रायगढ़ द्वारा बीईओ और प्राचार्यों को जारी आदेशानुसार शाला संकुल व्यवस्था के तहत संकुल शैक्षिक समन्वयक अपने पदीय कर्तब्यों के साथ - साथ अपने मूल पदांकित शाला में न्यूनतम तीन कालखंड अध्यापन कार्य के साथ संकुल के विभिन्न कार्यों एवं अकादमिक गतिविधियों में समन्वय स्थापित कर कार्य करने हेतु आदेशित किया गया था , किन्तु संकुल शैक्षिक समन्वयक द्वारा शासन / उच्च कार्यालय के निर्देशों की अवहेलना किया जा। 

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अतः आपको निर्देशित किया जाता है कि आप अपने संकुल क्षेत्रान्तर्गत कार्यरत संकुल समन्वयक को अपने पदांकित शाला में न्यूनतम तीन कालखंड अध्यापन कार्य सुनिश्चित करने हेतु तत्काल निर्देशित करें एवं की गई कार्यवाही से इस कार्यालय को अवगत कराएं। 

जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा जारी आदेश देखें - 

खुद कर रहे शासन के आदेशों का अवहेलना ऐसे में क्या सीख देंगे शिक्षकों को - संकुल समन्वयक यदि शासन एवं उच्च कार्यालय के आदेशों का अवहेलना खुद करते हुए स्कूलों में पढ़ाने नहीं जायेंगे तो संकुल समन्वयक ऐसे में अपने संकुल क्षेत्र में पदस्थ शिक्षकों और बच्चों को क्या सीख देंगे। यदि संकुल समन्वयक अपने स्वयं के स्कूल में नहीं पढ़ा रहा तो शिक्षकों पर दबाव भी नहीं बना पायेगा। सभी संकुल समन्वयकों को प्रतिदिन अपने पदस्थ शाला में नियमित पढ़ाई हेतु स्कूल जाना चाहिए। ताकि शासन के उद्देश्यों की पूर्ति हो सके। 

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