जनरल प्रमोशन का सिर्फ सील लगाकर बाँट रहें अंकसूची , जबकि पारा मोहल्ला क्लास के बाद ली गई है आकलन और शिक्षा पोर्टल में दर्ज किए है ग्रेडिंग /अंक/ इमोजी Distributing Blank Marksheet By Writing General Promotion - Invalid
सही मार्कशीट 👇-
अमान्य मार्कशीट 👇
a2zkhabri.com बिलासपुर - कोरोना महामारी के चलते पुरे साल ऑनलाइन, ऑफलाइन , पारा मोहल्ला क्लास आदि के माध्यम से बच्चों को पढ़ाया गया। और हर माह आकलन कर शिक्षा पोर्टल में अंक / ग्रेड या इमोजी अपलोड की गई है। इसके बावजूद कई जिलों एवं कई स्कूलों में केवल जनरल प्रमोशन का सील लगाकर बच्चो को अंकसूची बाँट दी गई है। जबकि वार्षिक परीक्षा के अलावा लिए गए अन्य आकलन का ग्रेड भरना अनिवार्य था। जिला शिक्षा अधिकारी ने जारी किये गए ऐसे अंकसूची को अमान्य कर वापस मंगाने कहा है।
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कोरी अंकसूची में सील लगाकर जारी करना कानूनन अपराध - कानून के जानकार एवं शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारीयों ने बताया कि सिर्फ सील लगाकर अंकसूची जारी कर देना अपराध की श्रेणी में आता है। जारी की गई मार्कशीट में डीईओ, बीइओ और संकुल समन्वयक का भी सील है , साथ ही प्रधान अध्यापक के सील सहित हस्ताक्षर है वही कक्षा शिक्षक के भी दस्तखत है। वही सिर्फ सील लगाकर अनसूचि जारी करने वाले शिक्षकों के सम्बन्ध में अधिकारी को जानकारी नहीं है।
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ग्रेडिंग के आधार पर जारी कर रहे अंकसूची - हालाँकि जिले के कई प्रधान पाठकों ने ग्रेडिंग के आधार पर मार्कशीट जारी कर रहे है। जनरल प्रमोशन के पहले परीक्षा होने की सम्भावना नहीं थी। यही कारण है की पुरे प्रदेश में बच्चों का पारा मोहल्ला क्लास आकलन और मूल्यांकन किया गया है। जिसकी जानकारी पोर्टल में भी दर्ज है। वार्षिक परीक्षा के कालम भर में उच्च कार्यालय से जारी सील को लगाकर बाकी कालम में आकलन मूल्यांकन के ग्रेड भरने चाहिए।
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कोरी मार्कशीट भविष्य में डाल सकती है परेशानी में - मार्कशीट में ग्रेड नहीं होने के कारण भविष्य में 5 वीं और 8 वीं के स्टूडेंट को दिक्कत हो जाएगी। आगे चपरासी और चालाक सहित कई चतुर्थ श्रेणी के पदों में 5 वीं , 8 वीं के आधार पर चयन होती है। ग्रेड अथवा अंक नहीं होने से ऐसे अभ्यर्थीयों के आवेदन निरस्त हो सकती है। साथ ही कोरे अंकसूची में फर्जी अंक डालने की भी सम्भावना बनी रहेगी।
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कोरी मार्कशीट ली जाएगी वापस - जिला शिक्षा अधिकारी - सिर्फ जनरल प्रमोशन लिखकर कोरी मार्कशीट जारी करना गलत है , मुझे इसकी जानकारी नहीं है। यदि कोरे मार्कशीट जारी हुवे होंगे तो उन्हें वापस मंगाया जाएगा। एस. के. प्रसाद जिला शिक्षा अधिकारी बिलासपुर।
स्कूल शिक्षा विभाग से स्पष्ट निर्देश या नमूना मार्कशीट जारी होने की आवश्यकता - स्कूल शिक्षा विभाग को इस प्रकार की भ्रम से बचाने के लिए अंकसूची निर्माण सम्बन्धी विस्तृत दिशा निर्देश अथवा नमूना प्रगति पत्रक जारी करने चाहिए। ताकि पुरे प्रदेश में एकरूपता बनी रहे और शिक्षकों के मन उत्पन्न हो रही भ्रम, शंका को दूर किया जा सके।
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