जीवन सूत्र - महानता के चार नियम Jivan Sutra - Mahanta Ke 4 Niyam

 जीवन सूत्र - महानता के 4 नियम  Jivan Sutra - Mahanta Ke 4 Niyam 


a2zkhabri.com - जीवन में नियमों की कमी नहीं। पर आप समय के साथ आगे बढ़ रहे है यह कैसे जानेंगे ..? कौन से नियम है जो आपको आगे बढ़ने में मदद करते है ? यदि आप सीखना चाहते है और आगे बढ़ने की ललक है तो आपको अवलोकन करना चाहिए और इन नियमों में ध्यान देना चाहिए। महान उपलब्धि तभी प्राप्त होती है जब हम इन नियमों पर चलना जानते है। 

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महानता के 4 नियम निम्न है - 

पहला नियम - कम बोलिये 

दूसरा नियम - ज्यादा सुनिए। 

तीसरा नियम - संयमित रहे , त्वरित जवाब न दें 

चौथा नियम - अवलोकन करें कुछ नया सीखते रहे 

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पहला नियम - कम बोलिये - कम बोलना चाहिए , अपनी मेहनत और काम को बोलने का अवसर दे। आपको हमेशा सबको बताने की जरुरत नहीं कि आप क्या कर रहे है और आपकी योजना क्या है ? और क्या पाना है ? बस अपने परिणाम का इंतज़ार करें ,वे आपके बारे में सब बता देंगे। लोग तब आपको अधिक सम्मान और आदर देते है , जब आपसे ज्यादा आपका काम बोलता है। आपने ऐसे लोगो के अपवाद बहुत ही कम देखें होंगे , जो अपनी उपलब्धि से अधिक बोलते है। कोई कैसे महान हो सकता है , यदि उसकी बातें उसके काम के बारे में बढ़ चढ़ कर बोलती हो। जैसे उनके शब्द है वैसे उनके काम नहीं ,तो यह महानता नहीं। तो यह अज्ञानता और अहंकार ही समझा जायेगा। 

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दूसरा नियम - ज्यादा सुनिए - यदि आप सुन नहीं सकते तो आपके लिए कुछ नया सीखना कठिन हो सकता है। ज्यादा सुने ज्यादा बेहतर सुने और खूब ध्यान से सिखने की कोशिश करें। आपको एक खास मकसद से सुंनना है कि हमें कुछ नया सीखना है , सीखकर सुनकर नया ज्ञान प्राप्त करना है। हम सब जीवन के छात्र है ,इसलिए अच्छा छात्र हमेशा अच्छा श्रोता होता है। दरअसल आप हमेशा हर किसी से कुछ नया सीख सकते है। आप महान से महान असफलता से और महान कामयाबी से भी सीख सकते है। 

तीसरा नियम - संयमित रहे , त्वरित जवाब न दें - संयमित जवाब हमेशा एक बेहतर जवाब होता है। किसी भी निष्कर्ष पर पहुँचने की हड़बड़ी न हो। इसके लिए जरुरी है कि आप कभी भी अपनी भावनाओं को खुद पर हावी होने नहीं दे। जीवन की अलग - अलग परिस्थितियों में आपको अपनी भावनाओं और प्रतिक्रियाओं को अनुशासित रखना होगा। याद रखे अनुशासन आपको शक्ति देता है और जहाँ भावनाओं को नियंत्रित में रखने की बात आती है ,वहां अनुशासन का खास महत्त्व होता है। 

चौथा नियम - अवलोकन करें कुछ नया सीखते रहे - जितने करीब से आप चींजो को देखने समझने की कोशिश करेंगे , उतनी ही बेहतर समझ बनेगी , जितनी बेहतर समझ बनेगी उतनी बेहतर आप निर्णय ले पाएंगे। इसलिए जिन्हे आप मानते है , जिनका आदर करते है , उनका गौर से अवलोकन करें। उन बातों या हुनर को देखने का प्रयास करें , जिन्हे आपको सीखना है और जिनमे आपको महारत हासिल करनी है। उन सिद्धांतों को जिनमे आप पारंगत यानी निपुण होना चाहते है , अवलोकन कर काफी कुछ सीख सकते है। आखिर में आपको यह नहीं भूलना है कि केवल जानकारी ही जरुरी नहीं। हमें उन पर अमल भी करना है। 

- फीयरलेस मोटिवेशन से साभार 

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