शवों को श्मशान ले जाने की जिम्मेदारी शिक्षकों पर , देखें ड्यूटी लिस्ट यहाँ Duty Of Teachers To Take The Dead Bodies To The Crematorium

शवों को श्मशान ले जाने शिक्षकों की लगी ड्यूटी , Duty Of Teachers To Take The Dead Bodies To The Crematorium

a2zkhabri.com राजनांदगाव - प्रदेश में कोरोना ने कोहराम मचा रखा है। कोरोना से मरने वालो की संख्या लगातार बढ़ रही है। प्रदेश के लगभग सभी जिलों में कोरोना के मरीज दम तोड़ रहे है। बिलासपुर , रायपुर , दुर्ग एवं राजनाँदगाँव जिले अभी सबसे ज्यादा प्रभावित है ,और इन्ही चारों जिलों में मरने वालों की संख्या प्रतिदिन 100 पार कर रही है। कोरोना से मरने वाले मरीजों के लिए न तो मर्चुरी में जगह है और न ही श्मशान में दाह संस्कार के लिए जगह खाली है। श्मशान में शवों का लाइन रहता है परिजन सहित ड्यूटी अमला हलाकान हो चुके है। 

इसे भी देखें - शवों को कचरा गाडी से पहुँचाया जा रहा श्मशान , प्रदेश में मचा हड़कंप। 

इसे भी देखें - सीजी बोर्ड 10 वीं कक्षा की परीक्षा होगी रद्द , मिलेगी जनरल प्रमोशन - शिक्षा मंत्री। 

शवों को श्मशान ले जाने शिक्षकों की लगी ड्यूटी - कार्यालय अनुविभागीय दंडाधिकारी डोंगरगढ़ जिला राजनांदगाव ने शिक्षकों की कोरोना से मरने वाले मरीजों को श्मशान पहुंचने हेतु आदेश जारी किए है। जारी आदेश अनुसार - कोविड - 19 आपदा के दौरान कोविड केयर सेंटर में मृत व्यक्ति के शव को सम्बंधित पंचायत के श्मशान घाट पहुंचाने हेतु तहसील कार्यालय डोंगरगढ़ में कंट्रोल रूम का गठन किया गया है। उक्त सूचि अनुसार सम्बंधित कर्मचारी तत्काल कंट्रोल रूम से संपर्क स्थापित कर ड्यूटी ज्वाइन करें। 

ड्यूटी आदेश नीचे डाउनलोड करें - 

कोरोना वारियर के रूप में कार्य कर रहे शिक्षक - पिछले एक वर्ष से सभी शिक्षक कोरोना संक्रमण से सम्बंधित अनेकों कार्य पूरी ईमानदारी से करते आ रहे है। कोरोना लक्षण वाले मरीज का सर्वे, रेलवे स्टेशन में ड्यूटी, मजदूरों को लाने ले जाने की ड्यूटी, कांट्रेक्ट ट्रेसिंग, टीकाकरण, कंट्रोल रूम और अब शवों को श्मशान ले जाने की ड्यूटी भी करेंगे। 

शिक्षक पूरी ईमानदारी से अपनी जान को जोखिम में डालकर ड्यूटी कर रहे है लकिन शासन प्रशासन को शिक्षकों के जान की कोई परवाह नहीं है। उन्हें बगैर किसी भी प्रकार के ट्रेनिंग के जोखिम कार्यों में लगा रहे है। प्रदेश के 30 से 35 शिक्षकों की जान कोरोना ने ले ली है। इसके बावजूद शिक्षकों को बीमा कवर के दायरे में नहीं ला रहे है। शिक्षकों के मौत के बाद उनका परिवार सड़क पर आ जा रहा है। जबकि अन्य विभाग के कर्मचारियों को 50 लाख का बीमा कवर दिया जा रहा है। 

कार्यालय अनुविभागीय दंडाधिकारी द्वारा जारी आदेशानुसार ड्यूटी लिस्ट अनुसार सभी शिक्षक कोविड केयर सेंटर में कोरोना से मृत्यु पश्चात्  शवों को एम्बुलेंस के ड्राइवर से सामंजस्य स्थापित कर सम्बंधित ग्राम पंचायत में शवों का कार्य करेंगे। शिक्षकों की ड्यूटी दो पालियों में लगाया गया है। पहला पाली सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक और दूसरा पाली दोपहर 2 बजे से रात 8 बजे तक लगाई गई है। 

ड्यूटी आदेश नीचे डाउनलोड करें - 

विभागीय ड्यूटी आदेश यहाँ डाउनलोड करें। 

Post a Comment

0 Comments