राज्य में पहले खुलेंगे मिडिल स्कूल , फिर हाई , हायर सेकेंडरी और अंत में प्रायमरी स्कूल 1 जुलाई से क्रमशः स्कूल खोलने की तैयारी CG School Open 2020- 21

राज्य में पहले खुलेंगे मिडिल स्कूल , फिर हाई , हायर सेकेंडरी और अंत में प्रायमरी स्कूल 1 जुलाई से क्रमशः स्कूल खोलने की तैयारी CG School Open 2020- 21 

छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग रायपुर - छत्तीसगढ़ में भी केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की तर्ज पर क्रमशः मिडिल स्कूल,हाई एवं हायर सेकेंडरी स्कूल तथा अंत में प्रायमरी स्कूल खोलने की तैयारी की जा रही है। स्कूल शिक्षा विभाग इसके तैयारी में भी जुट गयी है। छत्तीसगढ़ के सभी शासकीय, अर्धशासकीय एवं प्राइवेट स्कूलों को एक जुलाई से खोलने की तैयारी चल रही है। 



स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने सोमवार को चर्चा के दौरान बताया की स्कूलों में सबसे पहले मिडिल स्कूलों की पढाई प्रारम्भ की जाएगी यानि सत्र की शुरुआत मिडिल स्कूल कक्षा 6 से 8 वीं तक के बच्चों से होगी। इसके बाद हाई एवं हायर सेकण्डरी के बच्चों को स्कूल बुलाया जायेगा। जब स्थिति सामान्य हो जाएगी तब प्रायमरी स्कूल के बच्चों को बुलाया जायेगा। 


स्कूलों की तैयारी - चर्चा के दौरान माननीय शिक्षा मंत्री ने बताया की स्कूल खोलने से पहले स्कूलों की साफ सफाई , रंग रोगन एवं सम्पूर्ण स्कूल परिसर का सेनेटाइज करना अनिवार्य होगा। जब स्कूल खुलेंगे तो कोरोना से बचने पर्याप्त सुरक्षा उपकरण स्कूलों के पास होने चाहिए जिसमे प्रमुख रूप से प्रत्येक बच्चों हेतु मास्क, सेनेटाइजर , गुणवत्ता पूर्ण मध्यान्ह भोजन, स्वच्छ पेय जल,अलग- अलग शौचालय (बालक एवं बालिका ) सहित सभी जरुरी चीज पर्याप्त मात्रा में स्टॉक में रहना चाहिए। 

प्रदेश में 33 हजार 257 प्रायमरी , 16450 मिडिल एवं 2689 हाई एवं 4331 हायर सेकंडरी स्कूल है।  इनमे वर्तमान में 60 लाख से अधिक बच्चे अध्ययनरत है। 


प्रायमरी स्कूल अगस्त या सितम्बर में खुलेगी - माननीय शिक्षा मंत्री ने चर्चा के दौरान बताया की हमने केंद्र सरकार से मांग की है की स्कूल खोलने की निर्णय राज्य सरकार के अधीन होनी चाहिए। क्योंकि स्थानीय स्तर पर जब तक कोरोना वायरस का नियंत्रण नहीं हो जाता तब तक स्कूल खोलना संभव नहीं होगा। आपको बता दे की सीबीएसई स्कूल के अंतर्गत कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों के स्कूल सितम्बर से खोलने की तैयारी है। पूर्व बैठक में लिए गए निर्णय अनुसार अब केंद्र से भी हरी झंडी मिल गयी है अब राज्य सरकार अपने हिसाब से जुलाई से स्कूल शिक्षा सत्र प्रारम्भ करने की तैयारी कर दी है। प्रायमरी स्कूल अगस्त या सितम्बर से ही खुलने की सम्भावना है। 

बच्चों को पालियों में बुलाएँगे तथा मास्क पहनेंगे - स्कूली बच्चे अब प्रतिदिन मास्क में नजर आएंगे स्कूल पहुँचते ही सबसे पहले उनके हाथ धोने की व्यवस्था की जायगी स्कूल के क्लास रूम को सेनेटाइज किया जायेगा। तथा चर्चा में माननीय मंत्री ने बताया की बच्चों को पालियों में बुलाया जायेगा। सभी कक्षाओं को एक साथ न बुलाकर बारी - बारी से बुलाकर पढाई करवाया जायेगा। जब स्थिति सामान्य हो जाएगी तभी सभी बच्चों को एक साथ बुलाया जायेगा। 


पालक से लगातार संपर्क में रहे शिक्षक- समय में स्कूल नहीं खुलने के कारण तथा लगभग ढाई माह से स्कूल में ताला लटकने की वजह से बच्चों की पढाई प्रभावित हुयी है। ऑनलाइन क्लास के माध्यमसे कुछ हद तक पढाई की पूर्ति की जा रही है लेकिन पालकों के पास पर्याप्त संसाधन नहीं होने /नेटवर्क समस्या होने के कारण 100 प्रतिशत पढाई संभव नहीं है। इस दौरान शिक्षक बच्चों एवं पालक से सतत संपर्क बनाये रखे उनके,स्वास्थ्य एवं पढाई को लेकर नियमित चर्चा करते रहने आदेश दिया गया है। 

बच्चों के घर पहुंचाएंगे पाठ्य पुस्तक - जब तक बच्चे स्कूल आना प्रारम्भ नहीं कर देते तब तक अर्थात जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाता तब तक बच्चो के घर में जाकर पाठ्य पुस्तक वितरित किया जायेगा तथा स्थानीय शिक्षक एवं पढ़े लिखे युवाओं के मदद से मोहल्ले में भी क्लास लगाने की तैयारी है। मोहल्ले में क्लास लेते समय फिजिकल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखा जायेगा। 


स्कूल शिक्षा विभाग 1 जुलाई से मिडिल स्कूल सबसे पहले खोलकर शिक्षा सत्र की शुरुआत करने की बात कर रही है लेकिन अभी और समीक्षा की जाएगी स्थिति को देखकर और विशेषज्ञों से चर्चा उपरांत ही अंतिम निर्णय लिया जायेगा। 

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