रूपये में रिकार्ड तोड़ गिरावट ,, 1 डालर 80 रु. के पार ,, कभी 1 रु. बराबर 13 डालर था , जाने कैसे कम हुई रूपये की कीमत History Of Rupee , Sometimes Rs. It Used To Be Equal To $ 13 , Know How The Price Came Down

रूपये में डालर के मुकाबले गिरावट जारी ,, जब 1 रुपया 13 डालर के बराबर हुआ करता था , जानिए कैसे कम हुई रूपये की कीमत History Of Rupee , Sometimes Rs. It Used To Be Equal To $ 13 , Know How The Price Came Down 

a2zkhabri.com न्यूज़ - डालर के तुलना में रूपये में गिरावट लगातार जारी है। 1 डालर की कीमत 80 रु. को पार कर गई है। भारत के अर्थव्यवस्था के लिए बुरी खबर थमने का नाम नहीं ले रहा है। आज लगभग सारी जरूरतों की पूर्ति रूपये , पैसे के माध्यम से ही होती है। यही कारण है कि आज हर कोई रुपया कमाने के लिए कड़ी मेहनत करता है। रुपया कमाना कोई आसान काम नहीं नहीं इसके लिए कड़ी मेहनत और बुद्धि की आवश्यकता होती है। आज कल पैसे के बगैर कोई काम नहीं होता , हर छोटी बड़ी जरुरत की पूर्ति हेतु रूपये की आवश्यकता होती है। आज हम आप लोगो को हमारे भारत देश के रूपये के बारे में कुछ अच्छी जानकारी बताने जा रहे है। 

ब्रेकिंग - जमीन , प्लाट से सम्बंधित सभी जानकारी को अपने मोबाईल से ऐसे देखें।

बहुत से लोगो के मन में सवाल यह उठता है कि 1 डालर  के बदले हमें 80  - 80 रु. क्यों देने पड़ती है , क्या कभी 1 रु. एक डालर के बराबर होता था , हाँ तो यह बिलकुल सच है आजादी के वक्त 1 रु. की कीमत 1 डालर के बराबर हुआ करती थी। भारत में रूपये का इतिहास 2500 साल पुराना है। आप को जानकार हैरानी होगी  की 1917  में 1 रु. 13 डालर के बराबर हुआ करती थी। वही जब 1947 में भारत आजाद हुआ तो 1 रु. 1 डालर के बराबर थी। 

ब्रेकिंग - अब ग्राम पंचायत करेगा नामांतरण और बंटवारा ,, देखें डिटेल विवरण। 

कैसे कम होते गई रूपये की कीमत - आजादी के वक्त हमारे देश के ऊपर कोई कर्जा नहीं था , लेकिन 1951 में पहली पंचवर्षीय योजना लिए भारत सरकार ने कर्जा लिया तब 1948 से 1966 के बीच एक डालर की कीमत 6.66 रु. के बराबर थी। फिर धीरे - धीरे रूपये की कीमत कम होने लगी। 1975 में एक डालर की कीमत 839 रु. के आसपास हो गई। इसके बाद 1985 में एक डालर की कीमत 12 रु. पहुँच गई। 

ब्रेकिंग - प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि योजना , 6000 रु. सालाना हेतु ऐसे करें आवेदन। 

लेकिन रूपये की कीमत में गिरावट यही कम नहीं हुई वह आज भी बदस्तूर जारी है। 1991 में बेतहासा महंगाई , विकास दर कम होना और विदेशी रिजर्व कम होने से एक डालर 17.90 रु. पहुँच गई। वही दो साल बाद एक डालर की कीमत 1993 में एक डालर की कीमत 31.37 रु. पहुँच गई। वही 21 वीं सदी की शुरुआत में सन 2000 से 2010 के बीच एक डालर की कीमत 40 से 50 रु. हो गई। वही 2013 में हद तो तब हो गई जब एक डालर की कीमत 65.50 रु. हो गई। 

छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा जारी सभी छुट्टी लिस्ट यहाँ देखें ,,

देश पर लगातार बढ़ रहा कर्जा ,, रुपया हो रहा कमजोर - समय के साथ - साथ रूपये की गिरावट अब भी जारी है। देश  का बोझ लगातार बढ़ रही है। फिलहाल एक डालर की कीमत 80 रु. के आस पास हो गई है। समय बदली सरकार भी बदली लेकिन रुपयों की गिरावट बंद नहीं हुई। देश में लगातर बढ़ रही महंगाई और बढ़ते कर्ज के कारण अब भी डालर के मुकाबले रूपये में कमजोरी जारी है। 

Post a Comment

0 Comments