बिग ब्रेकिंग - तीन दिन के भीतर सहायक शिक्षकों का मांग पूरा नहीं होने पर ,,, पालक - बालक संघर्ष समिति का बच्चो के साथ अनिश्चितकालीन आंदोलन Indifinite Agitation Of Palak Balak Sangharsh Samiti If The Demand Of Assistant Teachers Is Not Met Within Three Days

तीन दिन के भीतर मांग पूरा नहीं होने पर ,, सहायक शिक्षकों के समर्थन में पालक - बालक संघर्ष समिति स्टूडेंट्स के साथ करेगा अनिश्चित कालीन आंदोलन Indifinite Agitation Of Palak Balak Sangharsh Samiti If The Demand Of Assistant Teachers Is Not Met Within Three Days 

a2zkhabri.com रायपुर - प्रदेश में सहायक शिक्षकों के आंदोलन से पुरे प्रदेश का शिक्षा व्यवस्था चौपट हो गया है। 11 तारीख से जारी अनिश्चित कालीन आंदोलन के कारण प्रदेश भर के सहायक शिक्षक आंदोलन पर है। प्राथमिक स्कूल के सभी शिक्षकों का हड़ताल में जाने के कारण प्राथमिक से लेकर हायर सेकेंडरी स्कूल तक प्रभावित है। क्योंकि हाई और मिडिल के शिक्षकों को प्राथमिक स्कूल खोलने हेतु कई जगह संलग्न किया है। संलग्न करने के कारण मिडिल , हाई और सेकेंडरी के कक्षा भी बाधित हो रही है , वही सिर्फ प्राथमिक स्कूलों में मध्यान्ह भोजन पर की खाना पूर्ति बमुश्किल  ही विद्यालयों में हो रही है। वही हजारों स्कूल में 11 तारिक से ताला लटके हुए है। 

ब्रेकिंग- आंदोलन के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री का नया बयान , देखें विडिओ। 

पालक - बालक संघर्ष समिति की चेतावनी - सहायक शिक्षकों के आंदोलन से पढ़ाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। पालक - बालक संघर्ष समिति ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि तीन दिन के भीतर सहायक शिक्षकों की मांगे पूरी नहीं की जाती तो पालक - बालक संघर्ष समिति विद्यार्थियों के साथ अनिश्चित कालीन आंदोलन पर चले जायेंगे। इस सम्बन्ध में पालक - बालक संघर्ष समिति मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सॉंपक चेतावनी दे दी है। वही इससे पहले भी पालकों ने सहायक शिक्षकों के आंदोलन को समर्थन देते हुए समाचार पत्र के माध्यम से अपनी बात सरकार तक पहुंचाए थे। 

पालक - बालक संघर्ष समिति का ज्ञापन देखें 👇- 

पहले दौर का वार्ता विफल , उग्र हो सकती है आंदोलन - सहायक शिक्षकों की पहले दौर की वार्ता विफल हो गई है। अधिकारी अभी भी सहायक शिक्षकों मांगों के प्रति गंभीर दिखाई नहीं दे रहे। तीन माह बीत जाने के बाद भी कमिटी अपना रिपोर्ट नहीं सौंपा है। वही मंगलवार को अंतिम बैठक कर रिपोर्ट सौंपने की बात पर सहायक शिक्षक मीटिंग से बाहर आ गए। वही अपने आंदोलन को और तेज करने का ऐलान कर दिया है। प्रदेश मुखिया होने के नाते माननीय मुख्यमंत्री को अपने वादे पर कायम रहते हुए तत्काल वेतन विसंगति दूर कर स्कूलों में पढाई लिखाई को फिर से शुरू करवाने चाहिए। 

इसे भी देखें- प्रायमरी शिक्षक का वेतन सबसे अधिक हो - हाईकोर्ट। 

चूल्हा - बर्तन लेकर पहुँच रहे सहायक शिक्षक - सहायक शिक्षक अपने वेतन विसंगति के मुद्दे पर कोई समझौता करने मूड में नहीं दिख रहे। दूर दराज के सहायक शिक्षक राशन सामग्री , चूल्हा, बर्तन सहित धरना प्रदर्शन स्थल  रहे है। देर शाम बस्तर जिला के बकावंड ब्लाक के सैकड़ों सहायक शिक्षक राशन सामग्री, चूल्हा, बर्तन सहित अन्य जरुरी सामान के साथ धरना स्थल पहुंचे। सहायक शिक्षकों के वेतन विसंगति के मुद्दे पर यदि लड़ाई लम्बी जाती है तो वे उसकी भी तैयारी करते दिखाई दे रहे है। अपने तरफ से एक लाख से भी अधिक सहायक शिक्षक जोरदार धरना प्रदर्शन कर रहे है। 

ब्रेकिंग- मिडिल स्कूल के शिक्षक भी अनिश्चित कालीन आंदोलन में शामिल। 

सहायक शिक्षकों की उमड़ रही भीड़ - रायपुर बूढ़ा तालाब धरना प्रदर्शन स्थल पर राज्य भर के सहायक शिक्षक प्रतिदिन हजारों की संख्या में उपस्थित होते है। वही 15 हजार के करीब ऐसे सहायक शिक्षक है जो अपना बोरिया बिस्तर समेट कर 13 दिसम्बर से ही राजधानी रायपुर में धरना प्रदर्शन स्थल पर डटे हुए है। वही नजदीकी और साधन क्षेत्र के सहायक शिक्षक प्रतिदिन कार, ,बस  ट्रेन , बाइक आदि से आना जाना करते है। धरना प्रदर्शन स्थल पर लगातार कई हजारों की संख्या में सहायक शिक्षक आंदोलन कर रहे है। यही कारण है कि प्रशासन को भीड़ संभालने में भारी दिक्कत हो रही है। 

Post a Comment

0 Comments