स्कूल में दारु - मुर्गा पार्टी करते पकडे गए प्रधान पाठक और शिक्षक Teacher Caught Having Liquor Cock Party In School

दारू - मुर्गा पार्टी करते नशे में धुत्त मिले शिक्षक और प्रधान पाठक Teacher Caught Having Liquor Cock Party In School 


a2zkhabri.com गरियाबंद - प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से लगातार स्कूल शिक्षा विभाग से तरह - तरह के न्यूज़ सामने आ रही है। आज गरियाबंद जिले के अंतर्गत आदिवासी बाहुल्य धोर्रा गांव के मिडिल स्कूल में पदस्थ शिक्षक और प्रधान पाठक मुगा और दारू पार्टी करते पकडे गए। दोनों शिक्षक नशे में इस कदर धुत्त थे की खड़े भी नहीं हो पा रहे थे। एक शिक्षक तो नशे में इतने चूर थे की मैदान में ही पड़े थे। शिक्षा विभाग से इस तरह के कई ख़बरों ने अभी कुछ समय सोशल मिडिया की हेडिंग बनी हुई है। 


ज्ञात हो की गरियाबंद जिले के आदिवासी बाहुल्य धोर्रा ग्राम के मिडिल स्कूल में पदस्थ प्रधान पाठक शशि शेखर पांण्डेय और शिक्षक खीर सिंह नेताम रोज स्कूल तो पहुँचते थे , लेकिन स्कूल में बच्चों को पढ़ाना छोड़ ज्यादातर मुर्गा और दारु पार्टी करते थे। साथ ही बच्चो को बेवजह नशे में पिटाई भी करते थे। बालकों  शिक्षकों के उक्त कृत्य से त्रस्त होकर पालकों और सरपंच से शिकायत की। आज ग्रामीण और सरपंच संकुल समन्वयक को लेकर स्कूल पहुंचे तो प्रधान पाठक और शिक्षक स्कूल में दारू और मुर्गा पार्टी करते पाए गए। 


ग्रामीणों से ही उलझ गए शिक्षक - सरपंच और ग्रामीण जब स्कूल पहुंचे तो प्रधान पाठक शशि शेखर पांडेय ग्रामीणों से ही उलझ गया। वही शिक्षक खीर सिंह नेताम नशे में इतने चूर थे की खड़े भी नहीं हो पा रहे थे। मैदान में खड़ी अपंने बाइक पर बैठ नहीं पाए और वे मैदान पर ही पड़े रहे। शिक्षकों के उक्त कृत्य की शिकायत ग्रामीणों और सरपंच ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से की है। साथ ही उचित कड़ी से कड़ी और उचित कार्यवाही करने  भी आवेदन दिया है। 


प्रदेश में अभी सुर्खियों में है शिक्षा विभाग - प्रदेश में पिछले एक माह में शिक्षा विभाग से कई सुर्खीदार और तरह - तरह के खबरे सामने आ रही है। कवर्धा जिले से शुरू हुआ मामला थमने का नाम नहीं ले रहा। कवर्धा में जिला शिक्षा अधिकारी और शिक्षक का मामला जोरदार सुर्खियों में था। वही शिक्षक द्वारा बच्चों से मालिस कराने का वीडियो वायरल हुआ था। मुंगेली जिले से भी शराबी शिक्षक और रेस्ट हॉउस में तोड़फोड़ करने वाले शिक्षकों का मामला और हिन्दू देवी देवताओं पर शिक्षक द्वारा टिप्पणी करने का ताजा मामला सामने आया है। और अब एक और स्कूल में दारू मुर्गा पार्टी करने का मामला सामने आया है। 

शिक्षा विभाग की छवि धूमिल -
इस तरह से अव्यवहारिक और अवैधानिक हरकत शिक्षा विभाग की छवि को धूमिल करती है। साथ ही समाज में शिक्षकों की मान मर्यादा को ठेस पहुंचती है। हालाँकि शिक्षा विभाग के अधिकारीयों के द्वारा इस प्रकार की खबर आने पर कठोर कार्यवाही की जा रही है। शिक्षक बच्चों के भविष्य गढ़ने वाले और बच्चों के रोल मॉडल होते है। इस तरह के उटपटांग और अशोभनीय हरकत से शिक्षा जगत शर्मशार होती है। 

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