स्कूल की गुणवत्ता जाँच करने वाले समन्वयक ,,,पहले अपने स्कूल को बनाएंगे आदर्श स्कूल , फिर करेंगे आकादमिक सहयोग , आदेश जारी Non - Academic Work Will Not Be Taken From The Package CAC

राज्य परियोजना कार्यालय का बड़ा आदेश संकुल समन्वयक से नहीं लिए जायेंगे गैर शैक्षणिक कार्य, संकुल समन्वयक अपने स्कूल को पहले बनाये आदर्श स्कूल Non - Academic Work Will Not Be Taken From The Package CAC 

a2zkhabri.com रायपुर - राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा छत्तीसगढ़ ने संकुल समन्वयकों के सम्बन्ध में बड़ा एवं महत्वपूर्ण आदेश जारी किया है। राज्य परियोजना कार्यालय से जारी आदेशानुसार संकुल शैक्षिक समन्वयक से गैर शैक्षणिक कार्य नहीं लिए जाने के सन्दर्भ में आदेश जारी हो गए है। वही संकुल समन्वयकों को पहले अपने स्कूल को मॉडल , आदर्श स्कूल के रूप में विकसित कर रोल मॉडल बनने निर्देश दिए है। ज्ञात हो कि संकुल समन्वयकों से ज्यादातार डाकों के आदान प्रदान का कार्य लिया जाता है। 

राज्य परियोजना कार्यालय से जारी आदेश देखें - 

राज्य परियोजना कार्यालय से जारी आदेशानुसार संकुल समन्वयकों को पूर्व की भांति जानकारियों के आदान प्रदान एवं विभिन्न गैर शिक्षकीय कार्यों में संलग्न किया जा रहा है। सभी जिले इस बात को अपने संज्ञान लें कि अब संकुल समन्वयक पूर्व की भाँती केवल शालाओं में जाकर केवल आकादमिक समर्थन के लिए नहीं है वरन उन्हें अपने स्कूल को अपने संकुल में सबसे बेहतर करते हुए अन्य शालाओं के लिए आदर्श शाला के रूप में प्रस्तुत करने की भी जिम्मेदारी है। 

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अतः भविष्य में किसी भी गैर शिक्षकीय कार्य एवं जानकारियों के लिए पूर्व की भांति संकुल समन्वयकों को अनावश्यक संलग्न न किया जाए।  वर्तमान में जिले में बच्चों की उपलब्धि में सुधार हेतु फोकस कर 50 दिनों की कार्ययोजना बनाकर कार्य किया जाए। इसी प्रकार शिक्षकों को भी पुरे समय कक्षा अध्यापन में ही फोकस करने दिया जाए। उन्हें विभिन्न गैर शैक्षिक कार्य एवं शाला प्रशिक्षण से दूर रखा जाए। 

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राज्य परियोजना कार्यालय द्वारा जारी आदेश डाउनलोड करें  - 

संकुल समन्वयकों को तीन कालखंड पढ़ाने निर्देश - संकुल समन्वयकों को स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा पूर्व में भी नियमित रूप से अपने  अध्यापन कराने निर्देश है। लेकिन प्रदेश में अधिकांश शिक्षक बच्चों को पढ़ाने में कोई रूचि नहीं ले रहे वे अधिकारी गिरी ही कर रहे है। संकुल समन्वयकों को जिला शिक्षा अधिकारी , खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा  नियमित कक्षा लेने आदेश जारी हो रहे है , लेकिन इन आदेशों का पालन नहीं हो रहा। कई जिलों के समन्वयक स्कूलों में पढ़ाना ही नहीं चाहते। पढ़ाने हेतु आदेश जारी करने पर संकुल समन्वयक के पद से त्यागपत्र देने की बात करते है। 

बच्चो की पढाई हो रही प्रभावित - संकुल समन्वयक का दायित्व शिक्षक को सौंपने से बच्चों के पढ़ाई पर प्रभाव पड़ता है। संकुल समन्वयक बच्चों को स्कूलों में पढ़ाना छोड़ अन्य विभागीय कार्य में ब्यस्त रहते है। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई की भरपाई कही से भी नहीं हो पाती। संकुल समन्वयक के कार्य हेतु एक अलग से ही पद सृजन करना चाहिए। शिक्षकों का कार्य केवल बच्चों को पढ़ाना ही होना चाहिए। संकुल समन्वयक पद की अलग से भर्ती होने चाहिए। 

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2 Comments

  1. इसके साथ ही शिक्षक को गैर-शिक्षकीय कार्य से विमुक्त किया जाय।

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