सहायक शिक्षक नेता खींच रहे एक दूसरे का टांग,,, ऐसे में कैसे दूर होगी वेतन विसंगति Instead Of Paying Arrention To The Demands , The Teacher Leaders Are Crowded Among Themselves
a2zkhabri.com रायपुर - प्रदेश में सहायक शिक्षकों के वेतन विसंगति का मुद्दा गर्माया हुआ है। लेकिन सहायक शिक्षक नेता अपने मांगों पर ध्यान देने के बजाय एक दूसरे के टांग खींचने में व्यस्त है। छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के वर्तमान एवं पूर्व नेता सोशल मिडिया के माध्यम से एक दूसरे को नीचा दिखाने, आरोप प्रत्यारोप लगाने एवं आम सहायक शिक्षकों को अपने पाले में लाने का भरसक प्रयास कर रहे है। इस तरह से सहायक शिक्षकों के नेताओं का ध्यान वेतन विसंगति पर कम और आपसी लड़ाई खींचतान पर ज्यादा ध्यान है।
वेतन विसंगति के मुद्दे पर बनी कमिटी - राज्य सरकार ने फिलहाल सहायक शिक्षकों के वेतन विसंगति के मुद्दे पर तीन अधिकारियों की अंतर्विभागीय कमिटी बना दी है। उक्त कमिटी सहायक शिक्षकों के वेतन विसंगति के मुद्दे पर तीन माह के भीतर अपना रिपोर्ट देगी। रिपोर्ट के आधार पर राज्य सरकार निर्णय लेगी। आम सहायक शिक्षकों की नजर उक्त कमिटी की रिपोर्ट पर टिकी है , जो तीन माह के बाद जारी होगी। वही फेडरेशन के पदाधिकारी सहित कई शिक्षक नेताओं ने मुद्दे से ध्यान भटकाने एक दूसरे से उलझे हुए है।
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05 सितम्बर का हड़ताल स्थगित होना बन रहा विवाद का कारण - ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के बैनर तले 05 सितम्बर शिक्षक दिवस के दिन राजधानी रायपुर में सहायक शिक्षकों की पदयात्रा सहित मुख्यमंत्री निवास घेराव प्रस्तावित थी। शिक्षक नेता सहित आम सहायक शिक्षक पिछले एक माह से आंदोलन के लिए तैयारी कर रहे थे। प्रस्तावित आंदोलन में एक लाख सहायक शिक्षकों की पहुंचने की उम्मीद थी। हजारो सहायक शिक्षक साथी रात में ही हड़ताल , रैली हेतु निकल गए थे।
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आंदोलन के पूर्व रात्रि मुख्यमंत्री के आश्वासन और कमिटी निर्माण पर सहमति बनने के बाद फेडरेशन के कुछ प्रांतीय पदाधिकारियों ने हड़ताल स्थगित कर दी। सिर्फ कमिटी की बात पर हड़ताल स्थगित करना बहुत से आम सहायक शिक्षक सहित कई जिलाओं के जिला अध्यक्षों को यह बात रास नहीं आई और यही से ही संघ में बगावत शुरू हो गई। हड़ताल स्थगित होने के बावजूद हजारों सहायक शिक्षक राजधानी रायपुर पहुँच गए और नारेबाजी करते हुए रैली निकाली।
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शिक्षक नेताओं की आपसी लड़ाई भारी न पड़ जाए - सहायक शिक्षकों का ध्यान वेतन विसंगति को किसी भी हाल में दूर कराने का होने चाहिए। आपसी लड़ाई और खींचतान कही आम सहायक शिक्षकों को कहीं भारी न पड़ जाये। आपसी लड़ाई का फायदा कहीं सरकार न उठा ले। सहायक शिक्षकों के नेताओं को अपने मांगों और बातों को दमदार तरीके के समिति के समक्ष रखने की आवश्यकता है। तभी सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति दूर होगी। यदि सहायक शिक्षक एकजुट होने के बजाय आपस में एक दूसरे की टांग खींचेगे तो कोई तीसरा इस का फायदा जरूर उठा लेगा।
06 दिसंबर से आंदोलन प्रस्तावित - छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के पदाधिकारी एवं कई शिक्षक नेताओं ने वेतन विसंगति दूर नहीं होने पर 06 दिसंबर से अनिश्चित कालीन आंदोलन का ऐलान किए है। अभी फिलहाल सभी सहायक शिक्षकों का ध्यान कमिटी के निर्णय और बैठक पर टिकी हुई है। यदि सहायक शिक्षकों के नए - पुराने सभी नेता एक ही मंच पर आकर आंदोलन करेंगे या अपनी बात सरकार तक रखेंगे तो उनका मांग अवश्य पूरा होगा। मांग पूरा होने पर वेतन विसंगति का दंश झेल रहे आम सहायक शिक्षकों को बड़ी राहत मिलेगी।
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