स्कूलों में पढ़ाने से CAC (संकुल समन्वयक ) का इंकार , दिया सामूहिक स्तीफा The Package CAC Gave A Collective Resignation

संकुल समन्वयक ने तीन कालखंड पढ़ाने से किया इंकार , पढाई के साथ - साथ संकुल समन्वयक के कार्य करने पर भेजा सामूहिक स्तीफा The Package CAC Gave A Collective Resignation 

a2zkhabri.com धमतरी - तीन कालखंड स्कूलों में पढ़ाने के निर्देश जारी होते ही धमतरी जिले के सभी संकुल समन्वयक ने स्तीफे की पेशकश कर दी है। उन्होंने संकुल समन्वयक के कार्य के साथ - साथ नियमित रूप से स्कूलों में तीन पिरेड पढ़ाने के आदेश को सिरे से नकारते हुए एक साथ दो कार्य नहीं होने की बात कही है। तीन कालखंड पढाई कराने जाने वाले आदेश की कड़ाई से पालन कराने पर संकुल समन्वयक के पद से स्तीफा देने की सूचना विकसखण्ड स्रोत समन्वयक को दे दी है। 

इस भी देखें - इस आदेश से मचा बवाल , पढ़ाई छोड़ अधिकारी गिरी कर रहे समन्वयक। 

ज्ञात हो की दो दिन पहले धमतरी जिले के अंतर्गत ब्लाक स्रोत समन्वयक द्वारा संकुल समन्वयक को प्रति दिन तीन कालखंड पढ़ाने हेतु आदेश जारी किया था। आदेश जारी होते ही कार्यरत संकुल समन्वयकों ने उक्त आदेश का विरोध करना शुरू कर दिया। संकुल समन्वयक के कार्य के साथ - साथ स्कूलों में पढाने से साफ़ इंकार कर रहे थे। सभी संकुल समन्वयक ने आपस में मीटिंग कर यह निर्णय लिए की यदि दबावपूर्वक प्रतिदिन स्कूलों में पढ़ाई कराएँगे तो हम सब सभी सामूहिक स्तीफा देंगे। 

समन्वयकों द्वारा स्तीफा देने का आवेदन देखें - 

संकुल समन्वयकों द्वारा जारी आवेदन में उल्लेख है कि - संकुल समन्वयकों को मूल शाला में तीन कालखंड कक्षा  अध्यापन कार्य करने हेतु निर्देशित किया गया है , किन्तु आकादमिक कार्य को भी पूर्ववत करना होगा। चूँकि तीन कालखंड कक्षा अध्यापन कार्य उपरांत संकुल के अकादमिक कार्य तथा कार्यालय से तात्कालिक डाक बना कर भेजने तथा ऑफिस में बुलाने और बैठक जैसे कार्य में सम्मिलित होना मुश्किल है। संकुल ,समन्वयक दूरस्थ अंचल से लेकर शहरों तक कार्य करते है ऐसी परिस्थिति में एक साथ दो कार्य करना संभव नहीं है। अतः दबाव पूर्वक अधयापन कार्य करवाने की स्थिति में संकुल समन्वयक के कार्य करने में असमर्थ है। 

आवेदन / स्तीफे की कॉपी डाउनलोड करें - 




तीन कालखंड पढ़ाने राज्य से निर्देश - संकुल समन्वयक के नियुक्ति के समय ही स्कूलों में तीन कालखंड लेने की शर्त रखी गई थी। संकुल समन्वयक चयन प्रक्रिया हेतु जारी दिशा निर्देशों में उक्त बातों का स्पष्ट उल्लेख था। लेकिन संकुल समन्वयकों के द्वारा प्रदेश में कही भी नियमित क्लास नहीं ली जा रही है। जबकि पढ़ाई कराने का आदेश राज्य कार्यालय से है। संकुल समन्वयकों को तीन पिरेड पढ़ाई कराने हेतु आदेश देते ही स्तीफे की पेशकश करना कही से भी उचित नहीं है। 

ब्रेकिंग - सहायक शिक्षकों की पद यात्रा रैली 05 सितम्बर को राजधानी रायपुर में। 

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