स्कूलों में पढ़ाना छोड़ अभी भी अधिकारी गिरी कर रहे संकुल समन्वयक , प्रतिदिन तीन कालखंड पढ़ाने और उपस्थिति पंजी में नियमित हस्ताक्षर करने निर्देश जारी It Is Mandatory For The Package CAC To Teach Thee Periods Instructions Issued

संकुल समन्वयकों को पदस्थ शाला में तीन कालखंड पढ़ाना अनिवार्य , आदेश हुआ जारी It Is Mandatory For The Package CAC To Teach Thee Periods Instructions Issued 

a2zkhabri.com धमतरी - नवीन संकुल गठन के बाद संकुल समन्वयकों के द्वारा पदस्थ शाला में तीन कालखंड पढ़ाना अनिवार्य है। राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा विभाग रायपुर द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट उल्लेख है। इसके बावजूद प्रदेश में कार्यरत अधिकतर जिलों में समन्वयकों के द्वारा नियमित क्लास नहीं लेने की कई जगहों से शिकायत आ रही है। कई सीएसी अभी भी स्कूल जाना छोड़ अधिकारी गिरी करने में ब्यस्त है। यही कारण है की एक बार फिर कार्यालय विकास खंड स्रोत समन्वयक के द्वारा सीएसी को नियमित क्लास लेने हेतु पुनः आदेश जारी किया गया है। 

जारी आदेश देखें / डाउनलोड करें - 

कार्यालय विकास खंड स्रोत समन्वयक द्वारा जारी आदेशानुसार , सन्दर्भ - राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा छत्तीसगढ़ रायपुर पत्र क्रमांक / 1557 / समग्र शिक्षा / प्रारंभिक / स्था / 2020 - 21 रायपुर दिनांक 22 / 01 /2021 एवं  राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा छत्तीसगढ़ रायपुर का पत्र क्रमांक / 255 / SS /padagpgy / EE / PGI / 2021 - 22 रायपुर दिनांक 22 /06 /21 तथा जिला परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा धमतरी छत्तीसगढ़ का ईमेल से प्राप्त निर्देश दिनांक - 11 / 08 / 2021 के अनुसार समस्त संकुल समन्वयक अपने मूल शाला में तीन कालखंड अध्यापन कार्य करने एवं शिक्षक उपस्थिति पंजी में हस्ताक्षर उपरांत संकुल के विभिन्न कार्यों एवं अकादमिक गतिविधियों में समन्वय सुनिश्चित करेंगे। 

आदेश की कॉपी डाउनलोड करें - 

कई संकुल समन्वयक रहते है नदारत - 02 अगस्त से प्रदेश में स्कूल खुल चुके है। स्कूल खुलते ही बाकायदा पूर्व में एवं नवीन जारी आदेशानुसार संकुल समन्वयकों को सबसे पहले अपने स्कूल में तीन कालखंड पढ़ाने चाहिए। लेकिन प्रदेश भर में कई संकुल समन्वयक अभी तक सिर्फ एक - दो दिन ही स्कूल गए है। बाकी दिन दौरा या अन्य कारण बताकर स्कूल नहीं आ रहे। जबकि पहले स्कूल जाना है दौरा , अवलोकन या अन्य विभागीय कार्य तीन कालखंड पढ़ाने  के बाद करना है। 

स्कूलों में कसावट और शिक्षा में अच्छी गुणवत्ता लाने के उद्देश्य से प्रदेश में 2837 नवीन संकुल केंद्र का गठन किया गया है। पूर्व में एक संकुल केंद्र के अंतर्गत लगभग 20 से 22 स्कूल आते थे। स्कूलों की संख्या अधिक होने के कारण मॉनिटरिंग प्रभावित होती थी। यही कारण है की अब एक संकुल केंद्र के अंतर्गत 6 से 10 स्कूल रखे गए है , वही संकुल प्रभारी का जिम्मा अब प्राचार्य को देदी गई है। राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा विभाग रायपुर द्वारा जारी निर्देशानुसार संकुल समन्वयकों की भर्ती की गई है। जारी आदेश अनुसार संकुल समन्वयक एवं प्रभारी के कई दायित्व निर्धारित की गई है। 

संकुल समन्वयक एवं संकुल प्रभारी के कार्य - 

1. संकुल समन्वयक अपनी पदांकित शाला  में प्रतिदिन न्यूनतम 3 कालखंड अध्यापन कार्य करेंगे। 

2. संकुल समन्वयक उच्च कार्यालय से प्राप्त निर्देशों का संकुल के सभी शालाओं में पूर्णतः पालन करवाएंगे। 

3. संकुल समन्वयक शिक्षकों एवं विद्यार्थियों की नियमित एवं समय पर उपस्थिति की रिपोर्ट संकुल प्रभारी को करेंगे। 

4. संकुल समन्वयक शाला अवलोकन प्रतिवेदन सम्बंधित शाला के प्रधान पाठक के प्रति हस्ताक्षर से संकुल प्रभारी को प्रस्तुत करेंगे। 

5. शाला संकुल में शैक्षिक कलेण्डर निर्माण कर उसका पालन सुनुश्चित करेंगे। 

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