मोबाइल टावर फ्रॉड से ऐसे बचे लगा चुके लाखों को चुना Mobile Tower Froud Se Bache

 टेलीकॉम टावर लगाकर लाखो कमाने का झांसा देते है घपलेबाज Mobile Tower Froud Se Bache 

Mobile Tower Froud Se Bache - सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद दुनिया के सबसे बड़े दूर संचार बाजार भारत में अभी तक टेलीकॉम टावर लगाने के नाम पर ठगी के समस्या का समाधान नहीं निकल पाया है। पिछले एक महीने के दौरान देश के दो राज्यों में टेलीकॉम टावर लगाने के फ्रॉड करने वाले 2 गिरोह का पर्दाफास होने से एक बार  हुआ की समस्या गंभीर है। 

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लाखों की कमाई का झांसा -  एक तरफ दूर संचार कम्पनियाँ देशभर में मोबाइल नेटवर्क को मजबूत करने के लिए देश  ज्यादा  से ज्यादा टावर लगाने पर जोर दे रही है।  दूसरी तरफ टेलीकॉम टावर लगाकर लाखों की कमाई करने का झांसा देने वाले धोखेबाज और ठग तेजी से सक्रीय हो रहे रहे है। 

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सीओएआइ के मुताबिक भारत में अभी 5.9 लाख मोबाइल टावर है। पिछले वर्ष ही मोबाइल कंपनियों ने 66690 टावर लगाएं है। सीओएआई के महानिदेशक ले.जनरल जनरल डॉ. एस पी कोचर का कहना है कि दूरसंचार कम्पनियाँ भारतीय ग्राहकों को बेहतरीन सेवाएं देने की कोशिश कर रही है। 

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ऐसे करे शिकायत - ठगी से बचने के लिए यदि आपके पास टावर लगाने के लिए संपर्क किया जाता है तो सबसे पहले हमारे वेबसाइट या टोलफ्री नंबर 14404 व 1800-11-4000 पर फ़ोन कर सही जानकारी प्राप्त कर ले। कन्फर्म न होने पर तत्काल थाना जाकर शिकायत करें। सीओएआइ के मुताबिक सदस्य कंपनियों से जो सूचनाएं मिली है उससे लगता है सबसे ज्यादा फ्रॉड उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल,तमिलनाडु एवं महारष्ट्र में हो रही है। मजेदार बात यह है की अमेरिका, ब्रिटेन,कनाडा,ऑस्ट्रेलिया एवं न्यूजीलैंड में भी टावर फ्रॉड होते है। 

ऐसे होती है धोखाधड़ी  - धोखाधड़ी करने वाले गिरोह लोगो को फ़ोन कर उन्हें टावर लगाने के कारोबार में निवेश करने का ऑफर देते है। ऐसे गिरोह लोगो झांसा देते है कि मोबाइल टावर के किराये से ही वे सालाना कई लाख रूपये कमा सकते है। कई बार स्थानीय लोग भी  गिरोह में शामिल होते है, जिन्हे आप पास के लोगो के जमीन वगैरह की जानकारी होती है। गिरोह के तरफ से टावर लगाने का ऑफर दिया जाता है और इसके एवज में एडवांस माँगा जाता है। ऑनलाइन तरीके से किसी खास अकाउंट में ट्रांसफर करने के बाद गिरोह गायब हो जाता है। 

ऐसे बचे ठगो से - जब भी कोई व्यक्ति टावर लगाने के नाम पर फ़ोन काल या संपर्क करें तो सबसे पहले दिए गए नंबर पर संपर्क करे उसके बाद सम्बंधित व्यक्ति  भी मिले तो उनका पहचान पत्र जैसे आधार कार्ड आदि की मांग करे और उनकी फोटो खींच ले। यदि व्यक्ति संदेहास्पद लगे तो तुरंत थाने में रिपोर्ट दर्ज कराये। वैसे टावर लगाने का काम बड़ी - बड़ी कंपनी करती है। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए आप टावर फ्रॉड से बच सकते है। 

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