a2zkhabri.com बिलासपुर - आम मतदाता ही नहीं , इस बार अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भी भाजपा पर भरोसा जताया है। चुनाव ड्यूटी में जाने से पहले पोस्टल बैलेट पेपर से प्राप्त मतों से पता चलता है कि कर्मचारी चुनाव ड्यूटी में जाने से पहले ही अपना वोट भाजपा के पक्ष में डाल चूका था। कर्मचारियों का भाजपा के पक्ष में जाने का प्रमुख कारण खुद कांग्रेस पार्टी ही है , जिन्होंने पिछले 5 सालों में प्रदेश के कर्मचारियों को ऐसे ठगा जिसे हमेशा याद रखा जाएगा। सत्ता में आने से पहले कर्मचारियों के मांगों को पूरा करने का वादा किया था। लेकिन पिछले 5 सालों में सभी वादे खोखले साबित हुए। यही कारण है कि इस बार कर्मचारी भी अंदर ही अंदर कांग्रेस पार्टी को सबक सिखाने और सत्ता परिवर्तन का माहौल बनाते रहे।
कांग्रेस पार्टी पिछले 5 सालों से कर्मचारियों के मांगों को कभी भी सीरियस नहीं लिया , उलटा उन्हें कमिटी - कमिटी के नाम पर उलझाती रही। जो कमिटी बनाई थी उसका रिपोर्ट कभी आया ही नहीं। सत्ता में आने से पहले कर्मचारियों की जो मांगे पहले जायज लगती थी वहीँ मांग कुर्सी में बैठते ही नाजायज हो गई। पिछले 5 सालों में प्रदेश के अधिकांश कर्मचारी प्रमोशन , स्थानांतरण , संशोधन , हड़ताल आदि में उलझे रहे। यही कारण है की कर्मचारियों की भी सत्ता परिवर्तन में बड़ी भूमिका रही।
विधानसभा वार पोस्टल बैलेट से मिले वोट 👇-
कोटा - भाजपा 503 वोट , कांग्रेस 419 वोट
बेलतरा - भाजपा 733 वोट , कांग्रेस 86 वोट
बिलासपुर - भाजपा 910 वोट , कांग्रेस 686 वोट
तखतपुर - भाजपा 683 वोट , कांग्रेस 436 वोट
लोरमी - भाजपा 504 वोट , कांग्रेस 252 वोट
मुंगेली - भाजपा 560 वोट , कांग्रेस 513 वोट
बिल्हा - भाजपा 407 वोट , कांग्रेस 444 वोट
मस्तूरी - भाजपा 271 वोट , कांग्रेस 324 वोट
बिलासपुर एवं मुंगेली जिला के 08 विधानसभा सीट में कांग्रेस 02 और भारतीय जनता पार्टी 06 सीटों में पोस्टल बैलेट में आगे थी। ईव्हीएम मशीन के वोटों की गिनती के पहले ही जिला निर्वाचन अधिकारी , ऑब्जर्वर एवं अन्य अधिकारियों के उपस्थिति में बैलेट पेपर की गिनती की गई।
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