निकम्मा के बाद अब कामचोर ,, शिक्षकों का लगातार अपमान जारी , डीईओ को हटाने की मांग After useless, now doodle, constant insult of teachers continues, demand for removal of DEO

प्रदेश में शिक्षकों का लगातार अपमान जारी ,, निकम्मा के बाद अब कामचोर बोलने पर बवाल After useless, now doodle, constant insult of teachers continues, demand for removal of DEO

a2zkhabri.com मुंगेली - प्रदेश में नया सत्र के शुरुआत से जारी विवाद अब तक थमने का नाम नहीं ले रहा। स्कूल शिक्षा प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला के द्वारा प्रदेश के शिक्षकों को निकम्मा बोलने पर भारी बवाल हुआ था। वही अब ताजा मामला मुंगेली जिला से सुनने में आ रहा है , जहाँ जिला स्तरीय व्हाट्सप्प ग्रुप में शिक्षकों को कामचोर बोला गया है। जिसका स्क्रीन शॉट भी सोशल मिडिया में वायरल हो रहा है। इस तरह से प्रदेश में शिक्षकों का लगातर अपमान जारी है। हमारे देश में जहाँ गुरुओं को भगवान से भी ऊपर का दर्जा दिया गया है , वहाँ इस तरह के अपमान से पुरे शिक्षक समुदाय स्तब्ध है। 

मिली जानकारी के अनुसार जिला मुंगेली के अंतर्गत जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा जनपद - नगर नाम से व्हाट्सएप्प ग्रुप बनाया गया है। जिसमे मुंगेली जिला के सभी अधिकारी जुड़े हुए है। इसी ग्रुप में 9893897676 नंबर से और SMDC मुंगेली ग्रुप में 7389142256 नंबर के द्वारा शिक्षकों को कामचोर कहते हुए मैसेज किया गया है। मैसेज के बाद किसी भी जिम्मेदार अधिकारी के द्वारा उक्त मैसेज को डिलीट नहीं करवाया गया और न ही इसके सम्ब्नध में कोई सफाई दी गई। बल्कि ग्रुप में जुड़े और भी बहुत से सदस्य आपत्ति जनक पोस्ट करने वाले व्यक्ति के समर्थन करते दिख रहे है। इस विवादित पोस्ट पर पथरिया विकास खंड के शिक्षकों के द्वारा आंदोलन की रणनीति बनाई जा रही है। वही आने वाले दिनों में पुरे जिले में विवाद की स्थिति निर्मित होने की संभावना है। 

डीईओ को हटाने की मांग , विरोध प्रदर्शन करने की तैयारी - जिला शिक्षा अधिकारी मुंगेली को लगातार शिक्षक संगठन के द्वारा हटाने की मांग किया जा रहा है। सभी शिक्षक संगठनों का आरोप है कि जिला शिक्षा अधिकारी राज्य सरकार के आदेश को रद्दी की टोकरी में डालकर अपने नए - नए अजेंडे को स्कूलों में फालों करवाते है। जिला शिक्षा अधिकारी स्कूलों  सप्ताह नए - नए प्रयोग लांच करते रहते है। स्कूलों में लगातार प्रयोग से जिला में शिक्षा का स्तर गिरता चला जा रहा है। जबकि राज्य शासन का प्रमुख उदेश्य बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान करना है। 

TSMS एप्प का बहिस्कार करने अपील - जिला शिक्षा अधिकारी मुंगेली के द्वारा शिक्षकों की ऑनलाइन उपस्थिति हेतु टीएसएमएस एप्प बनवाया गया है। जिसमे शिक्षक प्रतिदिन दो बार सुबह 10 बजे और शाम 4 बजे उपस्थिति दर्ज करते है। इसके बावजूद भी जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा बनाए गए ग्रुप में शिक्षकों को कामचोर बोला जा रहा है। इस तरह से शिक्षकों के खिलाफ अफदरा भाषा के उपयोग से पूरा शिक्षक समुदाय का अपमान हुआ है वही राज्य सरकार द्वारा शिक्षकों के ऑनलाइन उपस्थिति के कोई निर्देश नहीं है। पुरे छत्तीसगढ़ में सिर्फ मुंगेली जिला में ही शिक्षकों के ऑनलाइन उपस्थिति लिया जा रहा है। शिक्षकों के लगातर अपमान से क्षुब्ध होकर शिक्षक संगठन टीएसएमएस एप्प का बहिष्कार करने वाली है। 


शिक्षा विभाग मुंगेली बना प्रयोगशाला - शिक्षक संगठन के पदाधिकारियों के अनुसार मुंगेली जिला स्कूल कम और प्रयोग शाला ज्यादा हो गई है। यहाँ जिला शिक्षा अधिकारी मुंगेली के द्वारा लगातार शासन के आदेश के विरूद्ध अपना अजेंडा चलाने का आरोप है  डीईओ के द्वारा पिछले वर्ष से कसौटी अभियान चलाया जा रहा है। कसौटी अभियान के चलते बच्चों का कोर्स पूरा नहीं होता। वही एग्जाम में कोर्स से प्रश्न पूछने पर बच्चे सवालों के जवाब नहीं लिख पाते। जिस कारण पिछले वर्ष मुंगेली जिला का परीक्षा परिणाम अच्छा नहीं रहा। शिक्षक संगठन से मिली जानकारी अनुसार मुंगेली जिला के अंतर्गत संचालित स्कूलों में दर्जनों कार्यक्रम चल रहे है। 

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