बड़ी खबर - सहायक शिक्षकों के रैली से थम गया रायपुर ,, भीड़ इतनी थी कि शांति रैली से ही हो गई चक्का जाम Raipur Stopped Due To The Rally Of Assistant Teachers , There Was Chaos In The Rally Itself

चक्का जाम के लिए एक लाख सहायक शिक्षक पहुंचे रायपुर ,, चक्का जाम के बजाय शांति रैली निकाली गई , भीड़ इतनी की शांति रैली से ही हो गई चक्का जाम Raipur Stopped Due To The Rally Of Assistant Teachers , There Was Chaos In The Rally Itself 

a2zkhabri.com रायपुर - सहायक शिक्षकों का वेतन विसंगति के मुद्दे पर लगातार जन सैलाब बढ़ते ही जा रहा है। 20 दिसम्बर को चक्का जाम हेतु प्रदेश के कोने - कोने से लाखों सहायक शिक्षक राजधानी रायपुर पहुंचे थे। हालाँकि प्रशासन से चक्का जाम की अनुमति नहीं मिलने और पुलिस विभाग के निवेदन पर चक्का जाम को शांति रैली में बदली गई। शांति रैली में लाखों सहायक शिक्षकों का जब जान सैलाब निकला तो मानों रायपुर थम सा गया था। वही शांति रैली में इतनी भीड़ थी की रैली से ही चक्का जाम की स्थिति निर्मित हो गई। रैली में सैकड़ों वाहन फंस गया था जिसे भारी मसक्कत के बाद निकाली गई। 

इसे भी देखें - शीतकालीन अवकाश सहित सम्पूर्ण छुट्टी लिस्ट राज्य शासन ने किया जारी। 

बूढ़ा तालाब से काली बाड़ी चौक होते हुए निकाली गई रैली - सहायक शिक्षकों की रैली को बूढ़ा तालाब के किनारे से काली बाड़ी चौक होते हुए निकाली गई। उक्त रैली में सहायक शिक्षकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी। प्रदेश के कोने - कोने से लाखों सहायक शिक्षक अपने वेतन विसंगति के मुद्दे पर इकठ्ठा हुए थे। सहायक शिक्षकों की जब रैली निकली तो कुछ देर के लिए काली बाड़ी चौक की सड़कें पूरी तरह जाम हो गई। वही शांति रैली से ही चक्का जाम की स्थिति निर्मित हो गई थी। पुलिस प्रशासन को शांति रैली सँभालने में भी भारी मसक्कत करनी पड़ी।

ब्रेकिंग- छ.ग. शिक्षक पात्रता परीक्षा ऑनलाइन आवेदन जारी।  

डीईओ के खिलाफ जमकर हुई नारेबाजी - धमतरी जिला शिक्षा अधिकारी आज सहायक शिक्षकों के निशाने पर रहे। धमतरी जिला के जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा सहायक शिक्षकों के ऊपर कार्यवाही करने का नोटिस जारी किया गया है। धरना स्थल पर उक्त नोटिस को जलाकर डीईओ के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। वही तृतीय वर्ग शासकीय अधिकारी - कर्मचारी फेडरेशन के प्रान्त अध्यक्ष विजय झा ने डीईओ को जमकर सुनाया। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसे अधिकारी सरकार को खुश करने के लिए ऐसे हथकंडे अपनाते है। उनकी खिलाफ जाँच होनी चाहिए और उन्हें सुदूर इलाके में भेजने चाहिए। किसी भी सहायक शिक्षक को तनिक भी डरने या घबराने की आवश्यकता नहीं है। 

ब्रेकिंग- प्राथमिक शिक्षक का वेतन सबसे अधिक हो ,, - माननीय हाईकोर्ट। 

शिक्षा विभाग के कार्यवाही से नहीं डर रहे सहायक शिक्षक - प्रदेश के एक लाख से भी अधिक सहायक शिक्षक अपने मांगों के लिए आंदोलन पर है। लोक शिक्षण संचालनालय और जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा जारी नोटिस से भी सहायक शिक्षक बिलकुल भी भय नहीं खा रहे है। बल्कि सहायक शिक्षक और दोगुने उत्साह से आंदोलन में भाग ले रहे है। पुरे प्रदेश के करीब एक लाख सहायक शिक्षक आंदोलन पर है। जारी आकड़े अनुसार कई जिलों में 100% सहायक शिक्षक आंदोलन पर है और न हीं कार्यवाही के डर से कोई सहायक शिक्षक ज्वाइनिंग लिया है। सहायक शिक्षकों की संख्याबल और एकता ही उनका ताकत बनी हुई है। 

ब्रेकिंग- मिडिल स्कूल के शिक्षक भी हुए अनिश्चितकालीन आंदोलन में शामिल। 

मुख्यमंत्री दिल्ली दौरे पर ,, आने के संभवतः होगी चर्चा - प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय भूपेश बघेल अभी दिल्ली प्रवास पर है। मुख्यमंत्री के वापस आने के बाद संभवतः सहायक शिक्षक फेडरेशन के पदाधिकारियों से उनकी चर्चा होगी। सहायक शिक्षकों का आंदोलन लगातार जोर पकड़ते जा रही है। सहायक शिक्षक इस बार आरपार की लड़ाई के मूड में है। वेतन विसंगति से मुक्ति के लावा उन्हें कुछ भी मंजूर नहीं है। वैसे माननीय मुख्यमंत्री ने भी वेतन विसंगति दूर करने का वादा किया है। अपने वादा के अनुरूप जल्द से जल्द सहायक शिक्षकों के मांग को पूरा करे ताकि स्कूलों में फिर से पढ़ाई शुरू हो सके। 

Post a Comment

0 Comments