400 दिनों के बाद स्कूलों में आज बजेगी घंटी CG School Reopening Breaking News

16 माह बाद स्कूल होगा गुलजार , आज से खुलेंगे स्कूल कालेज , कोरोना गाइडलाइन का करना होगा पालन CG School Reopening Breaking News 

a2zkhabri.com रायपुर - प्रदेश में 400 दिनों के बाद एक बार फिर आज से स्कूल कालेज खुल रहे है। स्कूल खुलते ही बच्चों में भारी उत्साह है , तो वही कोरोना संक्रमण का भय भी है। निश्चित रूप से आज बच्चो के स्कूल आते ही माहौल खुशनुमा होगा। हालाँकि बच्चों एवं शिक्षकों को कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन करना होगा। स्कूल खुलने के पहले शासन से प्रदेश के सभी स्कूलों को विशेष तौर पर साफ - सफाई , सेनेटाइजेशन, पेयजल, शौचालल सहित अन्य संसाधनों को दुरुस्त करने कहा गया था। 

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प्रथम चरण में केवल कक्षा 10 वीं, 12 वीं एवं 8 वीं के साथ प्राथमिक शाला (कक्षा 1 से 5 ) को खोला जा रहा है। जिसमे प्रतिदिन 50 प्रतिशत छात्रों को स्कूल आने की अनुमति होगी। उक्त कक्षाओं के बच्चे प्रतिदिन रोटेशन अर्थात एक - एक दिन के अंतराल से स्कूल आएंगे। बच्चो को स्कूल में फिजिकल डिस्टेंसिंग के साथ - साथ मास्क का नियमित उपयोग करना होगा। सर्दी, खांसी या बुखार से पीड़ित छात्रों एवं रसोइयों को स्कूल में आने की मनाही होगी। 

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शिक्षकों की जिम्मेदारी और चुनौती - शिक्षकों को किसी भी परिस्थिति में बच्चों व उनके अभिभावकों को स्कूल में उपस्थिति के लिए दबाव नहीं बनाया जाएगा। शाला समिति इसके लिए निगरानी कर सकती है। किसी बच्चे को सर्दी खांसी , बुखार होने पर कक्षा में शामिल होने की अनुमति नहीं होगी। कोरोना संक्रमण के दौर में शिक्षकों के लिए स्कूलों का कोरोना गाइडलाइन के तहत संचालन करना भारी चुनौती होगी। बच्चो से फिजिकल डिस्टेंसिंग एवं कोरोना गाइडलाइन का पालन करवाना काफी कठिन चुनौती साबित होगी। 

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6 वीं, 7 वीं , 9 वीं एवं 11 वीं के बच्चो की होगी ऑनलाइन पढ़ाई - शासन के निर्देशानुसार अभी भी 6 वीं, 7 वीं , 9 वीं एवं 11 वीं के बच्चो हेतु स्कूल खोला नहीं गया है। उन्हें पूर्व की भांति ऑनलाइन के माध्यम से ही पढ़ाया जाएगा। शासन का यह निर्णय कई लोगों के गले से नहीं उतर रहा जहाँ छोटे बच्चों का स्कूल खोल दिया वही कई बड़े कक्षाओं को अभी भी स्कूल से दूर रखना समझ से परे है। शासन के इस निर्णय की चारों ओर चर्चा है। पालक सहित स्कूल प्रबंधन भी इस निर्णय से चौक गया है। 

पालकों एवं जनप्रतिनिधियों से सहमति पत्र भरवाना अनिवार्य - शासन के निर्देशानुसार बच्चो को स्कूल भेजने  उनके पालक तथा स्थानीय जनप्रतिनिधियों से लिखित में लेना अनिवार्य होगा। पालक और जनप्रतिनिधि चाहेंगे तभी स्कूल खुलेगी अन्यथा अभी भी उनके सहमति के बगैर स्कूल नहीं खोले जाएंगे। हालाँकि स्कूल खोलने के लिए शासन से दिशा निर्देश जारी की गई है। यदि जिले में पिछले 7 दिनों की कोरोना संक्रमण दर 1 फीसदी से नीचे रहेगी तभी पालकों की सहमति से स्कूल खोला जा सकता है। 

मध्यान्ह भोजन का भी होगा संचालन - केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना - मध्यान्ह भोजन योजना की शुरुआत भी आज से शुरू हो जाएगी। प्राथमिक एवं मिडिल स्कूल के बच्चों को आज दोपहर से गरमागरम एवं स्वादिष्ट भोजन भी वितरण करना होगा। स्कूल नहीं आने वाले बच्चो को उनके खाते के माध्यम से मध्यान्ह भोजन की राशि दी जाएगी। अभी स्कूलों में बच्चों के बैंक खाते का संकलन कर उनकी जानकारी मध्यान्ह भोजन पोर्टल में दर्ज किया जा रहा है। 

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