धान खरीदी की अंतर राशि मिलेगी 4 किश्तों में,दूसरी क़िस्त मिलेगी राजीव गाँधी की जन्मतिथि पर, केबिनेट में लिया गया फैसला,राजीव गाँधी किसान न्याय योजना के तहत 19 लाख किसानो के खाते में जाएगी राशि,जानिए किसान न्याय योजना की सम्पूर्ण जानकारी यहाँ Rajiv Gandhi Kisan Nyay Yojna Chhattisgarh Detail Information
CG Kisan Nyay Yojna 2020-21 रायपुर- छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रदेश के किसानों को प्रोत्साहित करने ,बढ़ावा देने के उद्देश्य से राजीव गाँधी किसान न्याय योजना का ऐलान किया है। उक्त योजना का आरम्भ पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी के पुण्यतिथि पर इसकी शुरुआत हो चुकी है। इस योजना के तहत प्रदेश के 19 लाख किसानों को लाभ होगा। जो किसान प्रमुखतः धान,मक्का एवं गन्ने की खेती करते है उनके खाते में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ऑनलाइन एक क्लिक से राशि स्थानांतरण/ट्रांसफर करेंगे।
इसे भी देखें- 10 वीं,12 वीं बोर्ड रिजल्ट 18 जून को।
इस योजना के तहत प्रदेश के 19 लाख किसानों को चार किस्तों में 5700 करोड़ रूपये दिए जायेंगे। पहली क़िस्त में किसानों को 3300 करोड़ रूपये का भुगतान किया जायेगा। बाकी राशि को बारी-बारी से अगले तीन किस्तों में दी जाएगी। धान,मक्का एवं गन्ना उत्पादक किसानो के साथ-साथ दलहन-तिलहन उत्पादक किसानो के साथ भूमिहीन कृषि मजदूरों को इस योजना के दायरे में लाया जा रहा है।
इसे भी देखें- श्रमिक कार्ड बनवाये आसानी से और ले शासन की योजना का लाभ।
इस आधार पर किसानों को मिलेगी राशि- धान एवं मक्का उत्पादन करने वाले किसानों को 10000 रु. प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। वही गन्ना उत्पादक किसानो को सहकारी गन्ना कारखानों की खरीदी के आधार पर प्रति क्विंटल 355 रु. की दर से भुगतान किया जायेगा। सरकार का कहना है कि उक्त राशि से किसानो का मनोबल बढ़ेगा तथा उनकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा
किसान न्याय योजना के तहत धान खरीदी की अंतर राशि का भी भुगतान होगा- शासन की इस योजना के तहत प्रदेश में किसानो से ख़रीदे गए धान के अंतर राशि का भी भुगतान होगा। सरकार ने अपने वादे के अनुरूप किसानों को 2500 रूपये प्रति क्विंटल भुगतान करेगी। किसानो को धान के समर्थन मूल्य के आधार पर राशि भुगतान कर दी गयी है। अंतर राशि को भी सरकार इस योजना के तहत भुगतान करेगी।
इसे भी देखें- प्रदेश में 1600 पार कर गयी कोरोना मरीजों की संख्या।
अंतर राशि को ऐसे समझे- जैसे सरकार आपका धान 2500 रूपये प्रति क्विंटल में ख़रीदा है। और भुगतान प्रति क्विंटल 1815 रु. के आधार पर किया हो तो 685 रु. प्रति क्विंटल अंतर राशि बनती है। अब आप जितने क्विंटल धान बजे होंगे उसे 685 रु. प्रति क्विंटल अंतर राशि के हिसाब से भुगतान इस योजना के तहत की जाएगी।
एक क्लीक करते ही सभी किसानो के खाते में तुरंत पहुंचेगा पैसा - किसान न्याय योजना के तहत टेक्नोलॉजी की इस युग में मुख्य मंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा कम्प्यूटर पर एक क्लिक करते ही 19 लाख किसानों के खाते में पैसा पहुँच जायेगा। इस योजना की शुरुआत माननीय मुख्यमंत्री वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये करेंगे। खेती किसानी के लिए प्रोत्साहन राशि देना छत्तीसगढ़ के लिए गर्व की बात होगी।
धान के बदले दूसरी फसल लेने पर ज्यादा लाभ- इस योजना के अंतर्गत राज्य सरकार ने खरीफ 2020 में धान,मक्का,सोयाबीन,मूंगफली, तिल, अरहर,मुंग,उड़द,कुल्थी,रामतिल,कोदो,कुटकी तथा रबी फसल में गन्ना को शामिल किया गया है। सरकार ने यह भी कहा है की अनुदान लेने वाला किसान यदि पिछले वर्ष धान की फसल लेता है तो और इस साल धान के बदले अन्य फसल लेता है तो उन्हें प्रति एकड़ ज्यादा राशि सहायता के रूप में दी जाएगी।
धान के समर्थन मूल्य में 53 रु. की बढ़ोतरी - देश भर में कोरोना संकट के बीच केंद्र सरकार ने धान के समर्थन मूल्य में 53 रु. की बढ़ोतरी की है। केंद्र सरकार ने धान के अतिरिक्त अन्य दर्जन भर फसलों के समर्थन मूल्य में भी वृद्धि की है।
छत्तीसगढ़ में धान से तय होती है सियासत- छत्तीसगढ़ राज्य को धान का कटोरा कहा जाता है। यहाँ प्रदेश में 22 हजार से भी अधिक किस्म के धान की खेती होती है। 15 सालों के बाद धान के बोनस को मुद्दा बनाकर सत्ता में वापस लौटी है। केंद्र सरकार द्वारा 53 रु. की बढ़ोतरी से राज्य सरकार इसे नाकाफी बता रही है। वही भाजपा सरकार इसे किसानो के हिट हेतु बड़ी खबर बता रहे है।
CG Kisan Nyay Yojna 2020-21 रायपुर- छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रदेश के किसानों को प्रोत्साहित करने ,बढ़ावा देने के उद्देश्य से राजीव गाँधी किसान न्याय योजना का ऐलान किया है। उक्त योजना का आरम्भ पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी के पुण्यतिथि पर इसकी शुरुआत हो चुकी है। इस योजना के तहत प्रदेश के 19 लाख किसानों को लाभ होगा। जो किसान प्रमुखतः धान,मक्का एवं गन्ने की खेती करते है उनके खाते में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ऑनलाइन एक क्लिक से राशि स्थानांतरण/ट्रांसफर करेंगे।
इसे भी देखें- 10 वीं,12 वीं बोर्ड रिजल्ट 18 जून को।
इस योजना के तहत प्रदेश के 19 लाख किसानों को चार किस्तों में 5700 करोड़ रूपये दिए जायेंगे। पहली क़िस्त में किसानों को 3300 करोड़ रूपये का भुगतान किया जायेगा। बाकी राशि को बारी-बारी से अगले तीन किस्तों में दी जाएगी। धान,मक्का एवं गन्ना उत्पादक किसानो के साथ-साथ दलहन-तिलहन उत्पादक किसानो के साथ भूमिहीन कृषि मजदूरों को इस योजना के दायरे में लाया जा रहा है।
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इस आधार पर किसानों को मिलेगी राशि- धान एवं मक्का उत्पादन करने वाले किसानों को 10000 रु. प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। वही गन्ना उत्पादक किसानो को सहकारी गन्ना कारखानों की खरीदी के आधार पर प्रति क्विंटल 355 रु. की दर से भुगतान किया जायेगा। सरकार का कहना है कि उक्त राशि से किसानो का मनोबल बढ़ेगा तथा उनकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा
किसान न्याय योजना के तहत धान खरीदी की अंतर राशि का भी भुगतान होगा- शासन की इस योजना के तहत प्रदेश में किसानो से ख़रीदे गए धान के अंतर राशि का भी भुगतान होगा। सरकार ने अपने वादे के अनुरूप किसानों को 2500 रूपये प्रति क्विंटल भुगतान करेगी। किसानो को धान के समर्थन मूल्य के आधार पर राशि भुगतान कर दी गयी है। अंतर राशि को भी सरकार इस योजना के तहत भुगतान करेगी।
इसे भी देखें- प्रदेश में 1600 पार कर गयी कोरोना मरीजों की संख्या।
अंतर राशि को ऐसे समझे- जैसे सरकार आपका धान 2500 रूपये प्रति क्विंटल में ख़रीदा है। और भुगतान प्रति क्विंटल 1815 रु. के आधार पर किया हो तो 685 रु. प्रति क्विंटल अंतर राशि बनती है। अब आप जितने क्विंटल धान बजे होंगे उसे 685 रु. प्रति क्विंटल अंतर राशि के हिसाब से भुगतान इस योजना के तहत की जाएगी।
एक क्लीक करते ही सभी किसानो के खाते में तुरंत पहुंचेगा पैसा - किसान न्याय योजना के तहत टेक्नोलॉजी की इस युग में मुख्य मंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा कम्प्यूटर पर एक क्लिक करते ही 19 लाख किसानों के खाते में पैसा पहुँच जायेगा। इस योजना की शुरुआत माननीय मुख्यमंत्री वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये करेंगे। खेती किसानी के लिए प्रोत्साहन राशि देना छत्तीसगढ़ के लिए गर्व की बात होगी।
धान के बदले दूसरी फसल लेने पर ज्यादा लाभ- इस योजना के अंतर्गत राज्य सरकार ने खरीफ 2020 में धान,मक्का,सोयाबीन,मूंगफली, तिल, अरहर,मुंग,उड़द,कुल्थी,रामतिल,कोदो,कुटकी तथा रबी फसल में गन्ना को शामिल किया गया है। सरकार ने यह भी कहा है की अनुदान लेने वाला किसान यदि पिछले वर्ष धान की फसल लेता है तो और इस साल धान के बदले अन्य फसल लेता है तो उन्हें प्रति एकड़ ज्यादा राशि सहायता के रूप में दी जाएगी।
धान के समर्थन मूल्य में 53 रु. की बढ़ोतरी - देश भर में कोरोना संकट के बीच केंद्र सरकार ने धान के समर्थन मूल्य में 53 रु. की बढ़ोतरी की है। केंद्र सरकार ने धान के अतिरिक्त अन्य दर्जन भर फसलों के समर्थन मूल्य में भी वृद्धि की है।
छत्तीसगढ़ में धान से तय होती है सियासत- छत्तीसगढ़ राज्य को धान का कटोरा कहा जाता है। यहाँ प्रदेश में 22 हजार से भी अधिक किस्म के धान की खेती होती है। 15 सालों के बाद धान के बोनस को मुद्दा बनाकर सत्ता में वापस लौटी है। केंद्र सरकार द्वारा 53 रु. की बढ़ोतरी से राज्य सरकार इसे नाकाफी बता रही है। वही भाजपा सरकार इसे किसानो के हिट हेतु बड़ी खबर बता रहे है।
धान खरीदी की अंतर राशि की दूसरी क़िस्त जाएगी अगस्त में - छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा धान खरीदी की अंतर राशि को चार किस्तों में देगी एक क़िस्त जारी हो चूका है वही दूसरी क़िस्त राजीव गाँधी के जन्म दिवस 20 अगस्त को जारी किया जायेगा। राजीव गाँधी की पुण्य तिथि पर इस योजना का शुभारम्भ किया गया वही अब जन्मतिथि पर सरकार द्वारा किसानो को धान खरीदी की अंतर राशि की दूसरी क़िस्त जारी की जाएगी।
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