वेतन विसंगति - सहायक शिक्षकों का बड़ा आंदोलन , 22 जुलाई विधानसभा घेराव Salary discrepancy - Vidhan Sabha gherao announced, lakhs of assistant teachers will gather in the capital Raipur on July 22

ब्रेकिंग - वेतन विसंगति के मुद्दे पर सहायक शिक्षकों का फिर होगा बड़ा आंदोलन , विधान सभा घेरने की तैयारी Salary discrepancy - Vidhan Sabha gherao announced, lakhs of assistant teachers will gather in the capital Raipur on July 22

a2zkhabri.com रायपुर - वेतन विसंगति के मुद्दे पर प्रदेश के लाखों सहायक शिक्षक एक बार फिर आंदोलन करने मजबूर हो रहे है। आज के बैठक में लिए गए निर्णय अनुसार छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन एक बार फिर मनीष मिश्रा के अगुआई में विधान सभा घेराव करने का ऐलान कर दिए है। आज के बैठक में करीब तीन घंटे की चर्चा हुई जिसमे अलग - अलग 6 बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। उपस्थित समस्त पदाधिकारियों से चर्चा उपरांत 22 जुलाई को राजधानी रायपुर में एकत्रित होकर विधान सभा घेराव का ऐलान किया गया है। 

सड़क पर उतरकर अब आंदोलन जरुरी - आज के बैठक में मनीष मिश्रा ने कहा कि बार - बार के अनुरोध और ज्ञापन के बावजूद सरकार वेतन विसंगति जैसे गंभीर मुद्दों पर ध्यान नहीं दे रही। लिहाजा अब सड़क पर उतरकर आन्दोलन जरुरी हो गई है। आज के बैठक में फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष मनीष मिश्रा , प्रांतीय पदाधिकारी और जिला पदाधिकारियों ने सर्व सम्मति से यह निर्णय लिया कि 22 जुलाई 2022 को एक दिवस का अवकाश लेकर राजधानी रायपुर पहुंचेंगे और विधान सभा की घेराव करेंगे। वही 17 जुलाई को सभी 90 विधायकों को ज्ञापन सौंपकर अपने मांगों से अवगत कराएंगे। 

पिछले साल 18 दिनों का जोरदार हुआ था आंदोलन - ज्ञात हो कि पिछले साल दिसम्बर में प्रदेश के लाखों सहायक शिक्षकों ने वेतन विसंगति के मुद्दे पर 18 दिनों का जोरदार आंदोलन किया था। आखिरकार मुख्यमंत्री के आश्वासन और समिति गठित करने की सहमति पर आंदोलन समाप्त हुआ था। मुख्यमंत्री के आश्वासन और समिति गठित होने के बाद भी अब तक सहायक शिक्षकों के मांगों पर कोई चर्चा नहीं हुई है , वही गठित समिति को 90 दिनों में रिपोर्ट देनी थी लेकिन 9 - 10 माह में भी रिपोर्ट नहीं सौंपा है। कुल मिलाकर सरकार का सहायक शिक्षकों के प्रति रवैया ठीक नहीं है। यही कारण है कि एक बार फिर सहायक शिक्षक आंदोलन हेतु सड़क पर उतर रहे है। 

लाखों सहायक शिक्षकों की उमड़ेगी भीड़ ,, विधान सभा का होगा घेराव - आज के बैठक के बाद मनीष मिश्रा से मिली जानकारी के अनुसार 22 जुलाई को राजधानी रायपुर में प्रदेश के लाखों सहायक शिक्षक अपने अधिकार और अपने मांग के लिए राजधानी रायपुर पहुंचेंगे। पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी लाखों सहायक शिक्षक राजधानी रायपुर पहुंचकर अपने मांगों हेतु जोरदार प्रदर्शन करेंगे। ज्ञात हो कि पिछले वर्ष जेल भरों आंदोलन , चक्का जैम सहित कई आंदोलनों  भीड़ उमड़ गई थी , जिससे राजधानी रायपुर के सुरक्षा बालों को भारी मशक्कत करनी पड़ी थी। वहीँ अभी एक दिवसीय आंदोलन का ही ऐलान हुआ है। मांग पूरा नहीं होने पर आगे की रणनीति बनाई जाएगी। 

संगठनात्मक गतिविधि पर भी हुई चर्चा - आज के बैठक में संगठन का पुनः गठन हेतु चर्चा हुई। जहाँ - जहाँ पदाधिकारियों के गठन हुए तीन वर्ष पूर्ण हो चुके है वहां - वहां नियमानुसार पुनः संगठन की गठन कर पदाधिकारियों की नियुक्ति करने की चर्चा हुई है। वही 2019 में संविलियन हुए शिक्षकों को भी पदोन्नति प्रक्रिया में शामिल करने सहित और कई महत्वपूर्ण बिंदुओं में चर्चा की गई। आज के चर्चा के बाद एक बात और सामने आई की सहायक शिक्षकों की मांग यदि पूरा नहीं होती है तो अगस्त या सितम्बर( शिक्षक दिवस के दिन) से बड़ा आंदोलन का ऐलान हो सकता है।  

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