सहायक शिक्षकों का जलजला ,, कभी नहीं देखी ऐसी भीड़,, अब जेल भरों आंदोलन lakhs Of Assistant Teachers In The Capital Raipur , Rally Took Out To Surround The Legislative Assembly

विधान सभा घेरने निकले लाखों सहायक शिक्षक,, पुलिस और शिक्षकों को भारी झूमा झटकी , अब जेल भरों आंदोलन lakhs Of Assistant Teachers In The Capital Raipur , Rally Took Out To Surround The Legislative Assembly 

a2zkhabri.com रायपुर - प्रदेश के राजधानी रायपुर में सहायक शिक्षकों का भारी जलजला देखने को मिला। करीब एक लाख सहायक शिक्षक विधान सभा घेराव करने रैली निकाली तो पुरे एक किलोमीटर सड़क सहायक शिक्षकों से भर गया। अब तक के होने वाले शिक्षकों के आंदोलन में ऐसी भीड़ कभी नहीं रही। वही अब 15 दिसम्बर को प्रदेश भर के करीब एक लाख सहायक शिक्षक अब जेल भरों आंदोलन हेतु राजधानी रायपुर में फिर एकत्रित होंगे। कल के विधान सभा भवन घेराव रैली को सप्रे शाला मैदान में ही पुलिस द्वारा रोक दी गई। पुलिस और सहायक शिक्षकों के बीच भारी जुमा झटकी और धक्का मुक्की हुई। 

महिला शिक्षक हुई बेहोश - विधान सभा घेराव करने जब एक लाख सहायक शिक्षक रैली के रूप में निकली तब हजारों पुलिस कर्मियीं और अधिकारीयों के द्वारा बेरीगेटिंग कर सप्रे शाला मैदान के पास सहायक शिक्षकों को रोक ली गई। बीच रास्ते में रोके जाने से सहायक शिक्षक भड़क गए और पुलिस के साथ जमकर धक्का मुक्की हुई। वही धक्का मुक्की में महिला शिक्षक बेहोस होकर गिर गई जिसे महिला पुलिस की सहायता से अस्पताल ले जाया गया। विधान सभा घेराव करने निकले एक लाख सहायक शिक्षक देर रात सड़क पर डटे रहे। भारी संख्या में सहायक शिक्षकों के राजधानी रायपुर पहुँचाने से शासन - प्रशासन की हाथ पाँव फूल गए थे। 

अब जेल भरों आंदोलन - सहायक शिक्षकों के 13 दिसम्बर से विधान सभा भवन घेराव के बाद अब 15 दिसम्बर को जेल भरों आंदोलन की जाएगी। प्रदेश के एक लाख से भी अधिक सहायक शिक्षक राजधानी रायपुर पहुँच कर जेल भरों आंदोलन के तहत अपनी गिरफ्तारी देंगे। सहायक शिक्षकों के वेतन विसंगति का मुद्दा भारी गरमाया हुआ है। सरकार द्वारा गठित की कई कमिटी अभी तक अपना रिपोर्ट पेश नहीं कर पाई है वही सरकार का रवैया भी सिर्फ मामले को आगे बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। सरकार सहायक शिक्षकों के वेतन विसंगति से भली भाँती परिचित है , क्योंकि चुनाव के ठीक पहले उन्होंने वेतन विसंगति दूर करने की बात कही थी। 

रात भर ठण्ड में ठिठुरते रहे सहायक शिक्षक - विधान सभा घेराव करने निकले लाखों सहायक शिक्षकों को सप्रे साला मैदान के पास ही रोक ली गई , जिस कारण से हजारों सहायक शिक्षक रोड पर ही देर रात तक बैठे रहे। वही प्रशासन के द्वारा वहां की लाइटें भी बंद कर दी है। देर रात सभी सहायक शिक्षक धरना प्रदर्शन स्थल पर स्थित अपने पंडाल पर पहुंचे। पुरे रात उन्होंने कड़कड़ाती ठण्ड में बिताया। अब सहायक शिक्षकों की आगे की रणनीति के अनुसार आज राजधानी रायपुर में ही आंदोलन किया जायेगा वही कल दिनांक 15 दिसम्बर को एक बार फिर राजधानी रायपुर में सहायक शिक्षक एकत्रित होकर जेल भरों आंदोलन करेंगे। 

अभी नहीं तो कभी नहीं - फेडरेशन = छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन ने अपने साथियों से अपील किया है कि अभी नहीं तो कभी नहीं ,, यह आंदोलन सरकार से हमारी अंतिम लड़ाई है। अब की बार आर पार की नारा देते हुए फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष मनीष मिश्रा ने प्रदेश के सहायक शिक्षकों को शत प्रतिशत हड़ताल में रहकर आंदोलन को सफल बनाने का अनुरोध किया है। विधान सभा घेराव के दौरान उमड़े जनसैलाब की तरह 15 दिसम्बर को भी जेल भरों आंदोलन में भीड़ ही हमारी मांग को सुनिश्चित करेगी। वही अन्य शिक्षक संगठन का आंदोलन को समर्थन भी मिल रहा है। वही आम सहायक शिक्षक समर्थन करना है तो स्कूल को बंद करके समर्थन देने की बात कर रहे है। 

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