धान सहित दलहन तिलहन फसलों के समर्थन मूल्य में वृद्धि ,देखें नए समर्थन मूल्य सूचि Dhaan , Dalhan , Tilhan Faslon Ke Samarthan Mulya Me Vriddhi

दलहन तिलहन फसलों के समर्थन मूल्य में भारी वृद्धि, वही धान के समर्थन मूल्य में भी वृद्धि Increase In Support Price Of Many Crops Including Paddy 

a2zkhabri.com नई दिल्ली - केंद्र सरकार ने किसानों के हित में बड़ा फैसला लेते हुए धान सहित दलहन एवं तिलहन फसलों के समर्थन मूल्य एमएसपी में भारी वृद्धि की है। धान के समर्थन में मूल्य में 72 रूपये की वृद्धि कर अब 1940 रु. प्रति क्विंटल कर दिया है। वही दलहन एवं तिलहन फसलों में अधिकतम 300 - 452 रु. तक समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी की गई है। केंद्र सरकार ने दलहन एवं तिलहन फसलों के खेती में बढ़ावा के उद्देश्य से समर्थन मूल्य में वृद्धि की गई है। 

नई समर्थन मूल्य सूचि लिस्ट नीचे डाउनलोड करें एवं देखें - 

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई आर्थिक मामलों की मंत्री मंडलीय समिति की बैठक में चालू फसल वर्ष 2021 - 22 के खरीफ सीजन वाली फसलों के लिए एमएसपी के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। मानसून सीजन शुरू हो चूका है , बारिश चालू होने के साथ ही खरीफ सीजन की प्रमुख फसल धान की खेती जोर पकड़ने लगी है। मौसम विभाग ने इस वर्ष अच्छी बारिश की भविष्यववाणी की है। 

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केंद्र सरकार ने खरीफ सीजन की दलहन व तिलहन फसलों की खेती को बढ़ावा देने के लिए एमएसपी में विशेष प्रोत्साहन दिया गया है। सरकार की पूरी कोशिश दाल और खाद्य तेलों में मामले में आयात निर्भरता हर हाल में घटाने की है। केबिनेट फैसले की जानकारी देने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से समर्थन मूल्य  बढ़ोतरी का पूरा ब्यौरा दिया। उन्होंने विरोधियों और किसान आंदोलन पर निशाना साधते हुए कहा की एमएसपी पहले भी थी और आगे भी रहेगी। 

समर्थन मूल्य सूचि नीचे देखें (आंकड़े रु. में ) - 

     धान - 1868 - 1940 

     बाजरा - 2150 - 2250 

     ज्वार - 2620 - 2738 

     रागी - 3295 - 3377 

     मक्का - 1850 - 1870 

     मुंग - 7196 - 7275 

     अरहर - 6000 - 6300 

     उड़द - 6000 - 6300 

     तिल - 6855 - 7307 

     मूंगफली -5275 - 5550 

     सूरजमुखी - 5885 - 6015 

     सोयाबीन - 3880 - 3950 

नए कृषि कानूनों के खिलाफ लम्बे समय से दिल्ली बार्डर डेरा जमाए किसान संगठनों के नेताओं पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने फिर दो टूक कहा कि हमने तो उन्हें बेस्ट ऑफर दिया है, वे आगे तो ाएँ। वे नए कानूनों पर बातचीत के लिए तथ्यों के साथ आये। किसान नेताओं से हम कृषि कानून के अलावा अन्य तथ्यों पर भी बात चित करने के लिए तैयार है। हम किसानों के मदद के लिए हर कदम उठाने के लिए तैयार है। 

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एमएसपी खत्म करने की आशंका जताने वालों पर तीखा तंज कसते हुए कहा कि मैंने संसद में भी कहा था कि एमएसपी है और रहेगी। एमएसपी के सहारे उत्पादकता बढ़ाने में मदद मिल रही है। 

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