छत्तीसगढ़ में शराब दूकान खुलते ही उमड़ी भारी भीड़, शराब के शौक़ीन युवक ने की पूजा अर्चना Chhattisgarh Liquor Shops Open After Lockdown
a2zkhabri.com बिलासपुर - प्रदेश में लाकडाउन के बाद कई जिलों के देशी शराब दुकान खुल गई। दुकान खुलने से पहले ही लम्बी - लम्बी लाइनें लगनी शुरू हो गई। वही शराब के शौक़ीन लोग कोरोना के नियमों को पालन किए बगैर शराब दुकान पर टूट पड़े। प्रशासन द्वारा किये गए इंतजाम धरे के धरे रह गए।
ज्ञात हो की बिलासपुर जिला सहित प्रदेश के एक दर्जन से भी अधिक जिले अनलॉक हो चुके है। बुधवार को अनलॉक होते ही दोपहर से देशी शराब की दुकानों में भीड़ लग गई। इस दौरान लोग कोरोना की गाइडलाइन का जमकर उल्लंघन किए और शराब के लिए टूट पड़े। इससे शराब दुकान के सामने बनाई गई व्यवस्था धरी के धरी रह गई।
बिलासपुर जिला में 13 अप्रैल से लाकडाउन लगाया गया था। लगभग लाकडाउन के एक माह बाद शराब की ऑनलाइन बिक्री शुरू की गई थी। वो भी अच्छे से सफल नहीं हो पाया। लोग ऑर्डर करने के बाद शराब दूकान जाकर ही शराब लेने मजबूर होते रहे। कोरोना संक्रमण में कमी आते ही शासन द्वारा शराब दुकान सहित अन्य सभी दुकानों को खोलने की अनुमति दे दी ,हालाँकि अभी देशी दुकान ही खुली है वही अंग्रेजी शराब की बिक्री अभी भी ऑनलाइन जारी है।
देशी शराब की खुली बिक्री , मंत्री बोले - गरीबों के हित में फैसला - प्रदेश में रियायत के दौर शुरू होते ही आबकारी मंत्री श्री कवासी लखमा के आदेश पर देशी शराब दूकान खुल गई। अंग्रेजी शराब दुकान फिलहाल अभी नहीं खुलेंगी। शराब दुकान खोलने के सन्दर्भ में मंत्री महोदय ने तर्क दिया की गरीबों के हितों को ध्यान में रखते हुए शराब दुकान खोला गया है , उनका मानना है की गरीबों के पास एंड्राइड फ़ोन नहीं होते और उभे ऑनलाइन बुकिंग कराना भी नहीं आता। इस वजह से यह निर्णय लिया गया है।
कुल राजस्व का 21 प्रतिशत हिस्सा आबकारी विभाग से - राज्य सरकार के कुल राजस्व में आबकारी का हिस्सा 21 प्रतिशत है। पिछले वित्तीय वर्ष में राज्य को 5500 करोड़ रूपये आबकारी विभाग से मिला था। इस वर्ष भी राज्य सरकार ने 5 हजार राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य रखा है। राजस्व प्राप्ति में 21 प्रतिशत का बड़ा हिस्सा होने के कारण ही किसी भी पार्टी की सरकार हो वह केवल शराब बंदी की घोषणा करेगी , पर बंद करने उचित कार्यवाही नहीं की जाएगी।
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