शिक्षक को कोरोना - हाई रिस्क में ड्यूटी करने जिले के 9000 से अधिक शिक्षक मजबूर CG Teachers Corona Duty On High Risk
बिलासपुर - प्रवासी मजदूरों के प्रदेश आगमन के साथ ही जिले के 9235 शिक्षकों की ड्यूटी मजदूरों के देख रेख, क्वारंटाइन सेंटर में बसों से छोड़ने,रेलवे स्टेशन में व्यवस्था बनाने सहित विभिन्न प्रकार की ड्यूटी लगाई गयी है। शिक्षकों की ड्यूटी संवेदन शील जगहों पर लगाई गयी है जिस कारण से कोरोना का खतरा बहुत ज्यादा है। और शिक्षकों के पास मास्क के अलावा अन्य सुरक्षा उपकरण का आभाव है। बगैर सुरक्षा उपकरण के शिक्षक ड्यूटी करने बाध्य है क्योंकि उच्च अधिकारी द्वारा उन्हें आदेशित किया गया है।
पिछले दिनों बिलासपुर रेलवे स्टेशन में ड्यूटी कर रहे शिक्षक मजदूरों के संपर्क में आने से कोरोना संक्रमित हो गया है। उन्हें बिलासपुर के कोडिड हॉस्पिटल में भर्ती कर इलाज कर रहे है। बिलासपुर रेलवे स्टेशन में पिछले 11 मई से शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गयी है। जहाँ शिक्षक हर रोज अन्य प्रांतों से बड़ी संख्या में आने वाले प्रवासी मजदूरों को मास्क एवं सैनेटाइजर बांटने ,ट्रैवल हिस्ट्री,थर्मल स्क्रीनिंग करने सहित आदि कार्य को जिम्मेदारी से निभा रहे है। लेकिन शिक्षकों के पास सुरक्षा उपकरण के नाम पर सिर्फ मास्क और दस्ताने है। और ये दोनों उपकरण कोरोना वायरस से बचाने के लिए प्रयाप्त नहीं है।
जब से प्रवासी मजदूरों की प्रदेश में वापसी हुयी है तब से कोरोना मरीजों की संख्या में भारी इजाफा हो रही है। जाहिर सी बात है जब जब कोरोना संदेही मरीजों के आस पास बगैर पर्याप्त सुरक्षा उपकरण की ड्यूटी करेंगे तो शिक्षकों में भी संक्रमण का खतरा होगा। इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा सुरक्षा उपकरण की व्यवस्था नहीं कराया जा रहा है। इसका खामियाजा शिक्षक भुगत रहे है। इसी कारण से एक शिक्षक कोरोना के चपेट में भी आ गया है।
कोरोना ड्यूटी करने वाले शिक्षकों / कर्मचारियों को कुछ खास संसाधन की आवश्यकता होती है जैसे - पीपीई किट , फेस शील्ड ,हैण्ड सेनेटाइजर की बहुत आवश्यकता होती है। इन सुरक्षा उपकरणों के साथ कर्मचारी सहज महसूस कर सके और अपनी ड्यूटी लगन के साथ कर सके। बिलासपुर जिला के अंतर्गत 9235 शिक्षकों की ड्यूटी रेलवे स्टेशन, क्वारंटाइन सेंटर , सर्वे करने हेतु सहित विभिन्न जगहों पर ड्यूटी लगाई गयी है।
बिलासपुर जोनल स्टेशन में ड्यूटी के दौरान शिक्षक का कोरोना पॉजिटिव पाए जाने से शिक्षा विभाग और ड्यूटी में लगे कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है। शिक्षक के विभिन्न संगठनों ने सक्षम अधिकारीयों से मुलाकात कर सुरक्षा के पर्याप्त संसाधन उपलब्ध कराने निवेदन कर रहे है। तथा बहुत से शिक्षक संगठन शिक्षा विभाग के समस्त कर्मचारियों का 50 लाख का बिमा कवर देने बात कर रहे है।
प्रवासी मजदूरों को लाने ले जाने वाले शिक्षकों की ड्यूटी आदेश सूचि यहाँ देखें।
दूसरी सूचि नीचे देखें-
शिक्षकों की ड्यूटी आदेश यहाँ डाउनलोड करें।
एक सप्ताह पहले बस्तर संभाग में कोरोना ड्यूटी के दौरान चक्कर आने से एक शिक्षक की मौत भी हो गयी थी। एक शिक्षक साथी का कोरोना पॉजिटिव निकलने से शिक्षकों में दहशत है। और कोरोना ड्यूटी करने से घबरा भी रहे है। लेकिन कोरोना संकट काल में प्रशासन सख्त है जिस कारण से शिक्षक खुलकर विरोध दर्ज नहीं करा पा रहे है।
शिक्षा विभाग के कर्मचारियों के साथ- साथ पंचायत विभाग,नगर निगम,महिला बाल विकास विभाग सहित अन्य विभागों के 2000 से भी अधिक कर्मचारी जोनल स्टेशन में ड्यूटी दे रहे है। और इनके पास भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं है। शिक्षकों के साथ -साथ अन्य विभाग के कर्मचारियों पर भी कोरोना का खतरा है। उक्त सम्बन्ध में सक्षम अधिकारी से बात करने पर पता चला की अभी जिस प्रकार से उपकरण की मांग की जा रही है उसकी अभी कमी है बहुत जल्द इस कमी को दूर कर लिया जायेगा। कोरोना वारियर्स के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम की व्यवस्था बहुत जल्द कर ली जाएगी।
बिलासपुर - प्रवासी मजदूरों के प्रदेश आगमन के साथ ही जिले के 9235 शिक्षकों की ड्यूटी मजदूरों के देख रेख, क्वारंटाइन सेंटर में बसों से छोड़ने,रेलवे स्टेशन में व्यवस्था बनाने सहित विभिन्न प्रकार की ड्यूटी लगाई गयी है। शिक्षकों की ड्यूटी संवेदन शील जगहों पर लगाई गयी है जिस कारण से कोरोना का खतरा बहुत ज्यादा है। और शिक्षकों के पास मास्क के अलावा अन्य सुरक्षा उपकरण का आभाव है। बगैर सुरक्षा उपकरण के शिक्षक ड्यूटी करने बाध्य है क्योंकि उच्च अधिकारी द्वारा उन्हें आदेशित किया गया है।
पिछले दिनों बिलासपुर रेलवे स्टेशन में ड्यूटी कर रहे शिक्षक मजदूरों के संपर्क में आने से कोरोना संक्रमित हो गया है। उन्हें बिलासपुर के कोडिड हॉस्पिटल में भर्ती कर इलाज कर रहे है। बिलासपुर रेलवे स्टेशन में पिछले 11 मई से शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गयी है। जहाँ शिक्षक हर रोज अन्य प्रांतों से बड़ी संख्या में आने वाले प्रवासी मजदूरों को मास्क एवं सैनेटाइजर बांटने ,ट्रैवल हिस्ट्री,थर्मल स्क्रीनिंग करने सहित आदि कार्य को जिम्मेदारी से निभा रहे है। लेकिन शिक्षकों के पास सुरक्षा उपकरण के नाम पर सिर्फ मास्क और दस्ताने है। और ये दोनों उपकरण कोरोना वायरस से बचाने के लिए प्रयाप्त नहीं है।
जब से प्रवासी मजदूरों की प्रदेश में वापसी हुयी है तब से कोरोना मरीजों की संख्या में भारी इजाफा हो रही है। जाहिर सी बात है जब जब कोरोना संदेही मरीजों के आस पास बगैर पर्याप्त सुरक्षा उपकरण की ड्यूटी करेंगे तो शिक्षकों में भी संक्रमण का खतरा होगा। इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा सुरक्षा उपकरण की व्यवस्था नहीं कराया जा रहा है। इसका खामियाजा शिक्षक भुगत रहे है। इसी कारण से एक शिक्षक कोरोना के चपेट में भी आ गया है।
कोरोना ड्यूटी करने वाले शिक्षकों / कर्मचारियों को कुछ खास संसाधन की आवश्यकता होती है जैसे - पीपीई किट , फेस शील्ड ,हैण्ड सेनेटाइजर की बहुत आवश्यकता होती है। इन सुरक्षा उपकरणों के साथ कर्मचारी सहज महसूस कर सके और अपनी ड्यूटी लगन के साथ कर सके। बिलासपुर जिला के अंतर्गत 9235 शिक्षकों की ड्यूटी रेलवे स्टेशन, क्वारंटाइन सेंटर , सर्वे करने हेतु सहित विभिन्न जगहों पर ड्यूटी लगाई गयी है।
बिलासपुर जोनल स्टेशन में ड्यूटी के दौरान शिक्षक का कोरोना पॉजिटिव पाए जाने से शिक्षा विभाग और ड्यूटी में लगे कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है। शिक्षक के विभिन्न संगठनों ने सक्षम अधिकारीयों से मुलाकात कर सुरक्षा के पर्याप्त संसाधन उपलब्ध कराने निवेदन कर रहे है। तथा बहुत से शिक्षक संगठन शिक्षा विभाग के समस्त कर्मचारियों का 50 लाख का बिमा कवर देने बात कर रहे है।
प्रवासी मजदूरों को लाने ले जाने वाले शिक्षकों की ड्यूटी आदेश सूचि यहाँ देखें।
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एक सप्ताह पहले बस्तर संभाग में कोरोना ड्यूटी के दौरान चक्कर आने से एक शिक्षक की मौत भी हो गयी थी। एक शिक्षक साथी का कोरोना पॉजिटिव निकलने से शिक्षकों में दहशत है। और कोरोना ड्यूटी करने से घबरा भी रहे है। लेकिन कोरोना संकट काल में प्रशासन सख्त है जिस कारण से शिक्षक खुलकर विरोध दर्ज नहीं करा पा रहे है।
शिक्षा विभाग के कर्मचारियों के साथ- साथ पंचायत विभाग,नगर निगम,महिला बाल विकास विभाग सहित अन्य विभागों के 2000 से भी अधिक कर्मचारी जोनल स्टेशन में ड्यूटी दे रहे है। और इनके पास भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं है। शिक्षकों के साथ -साथ अन्य विभाग के कर्मचारियों पर भी कोरोना का खतरा है। उक्त सम्बन्ध में सक्षम अधिकारी से बात करने पर पता चला की अभी जिस प्रकार से उपकरण की मांग की जा रही है उसकी अभी कमी है बहुत जल्द इस कमी को दूर कर लिया जायेगा। कोरोना वारियर्स के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम की व्यवस्था बहुत जल्द कर ली जाएगी।
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