वेतन विसंगति एवं प्रथम सेवा गणना कर समस्त लाभ देने डीपीआई को जाकेश साहू ने सौपा ज्ञापन , आन लाइन अवकाश सहित अनावश्यक कार्यों का शिक्षको पर विभागीय दबाव पर जताई आपत्ति।
➡ शिक्षकों की समस्याओं पर हुई चर्चा
➡ डीपीआई में शिक्षक संगठनों की हुई बैठक
➡ प्रदेशाध्यक्ष जाकेश साहू ने गैरशिक्षकीय एवं मोबाइल संबंधी कार्यों का किया विरोध
➡ बीस से बाइस संगठनों के प्रतिनिधि बैठक में उपस्थित रहे
➡ जाकेश साहू, संजय शर्मा, केदार जैन, विरेंद्र दुबे, भूपेंद्र बनाफर, विक्रम राय, चैतन्य बघेल आदि प्रदेशाध्यक्षों ने रखी अपनी बातें
2zkhabri.com रायपुर - डीपीआई में प्रदेश के विभिन्न शिक्षक संगठनों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में छत्तीसगढ़ प्रधान पाठक मंच की ओर से प्रदेश अध्यक्ष जाकेश साहू एवं प्रदेश महामंत्री राजेंद्र चौहान उपस्थित हुए। लोक शिक्षण संचालक मैडम दिव्या उमेश मिश्रा की उपस्थिति में बैठक संपन्न हुई।
संघ के प्रदेश अध्यक्ष जाकेश साहू ने डीपीआई मैडम को प्रदेश के 1 लाख 80 हजार शिक्षको की प्रथम सेवा गणना करते हुए समस्त लाभ प्रदान करने, सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति दूर करने, प्रथम सेवा गणना करते हुए क्रमोन्नति वेतनमान देने एवं पुरानी पेंशन बहाल करने सहित वर्तमान में सभी संवर्ग के शिक्षकों की पदोन्नति प्रक्रिया में तेजी लाने, स्थानांतरण नीति जारी करने, वरिष्ठता सूची प्रकाशित करने, बिलिव धारी शिक्षकों को ग्रंथपाल के पद पर पदोन्नति करने, स्थानांतरित शिक्षकों को पदोन्नति देने सहित विभिन्न मुद्दों के संबंध में अलग-अलग ज्ञापन सोपा गया।
बैठक में शिक्षकों पर ऑनलाइन कार्यों एवं गैर शिक्षकिय कार्यों का अत्यधिक दबाव के संबंध में मांग रखते हुए प्रदेश अध्यक्ष जाकेश साहू ने कहा कि प्रधान एवं प्रभारी पाठकों को आए दिन व्हाट्सएप के माध्यम से लगातार अनेक मैसेज प्राप्त होते हैं और तुरंत जानकारी बनाकर देने को कहा जाता है।
आधार कार्ड से लेकर स्कूल के प्रत्येक बच्चों की सभी जानकारी ऑनलाइन भरना रहता है। जितने भी प्रकार का फॉर्म एवं मध्यान्ह भोजन की एंट्री से लेकर सभी कार्यों को ऑनलाइन जानकारी दिया जाना रहता है। परंतु इसके लिए स्कूलों में सिर्फ एक से दो शिक्षक हैं और कंप्यूटर आदि नहीं है। ना ही किसी प्रकार के क्लर्क की व्यवस्था है।
जिसके कारण शिक्षकों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। शिक्षकों पर विभागीय जानकारी देने का अत्यधिक दबाव रहता है। उक्त सभी मांगों को उठाया गया।
साथ ही 12 तारीख से ऑनलाइन छुट्टी के संबंध में भी या बात रखा गया कि आकस्मिक अवकाश के लिए यह व्यावहारिक रूप से ठीक नहीं है इसलिए आकस्मिक अवकाश को इससे मुक्त रखा जाए।
साथ ही शिक्षकों के विभिन्न समस्याओं के संदर्भ में भी आवाज उठाई गई जिस पर डीपी मैडम ने सभी समस्याओं का विस्तार से अध्ययन कर समस्या निराकरण करने की बात कही। बैठक में विभाग के समस्त अधिकारी एवं समस्त शिक्षक संगठनों के प्रदेश अध्यक्ष व पदाधिकारी गण उपस्थित थे।
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