सहायक शिक्षकों का जेल भरो आंदोलन आज ,, भीड़ को रोकने जगह - जगह पुलिस तैनात Jail Bharo agitation of assistant teachers today, Police deployed at various places to stop the crowd

 a2zkhabri.com रायपुर - राजधानी रायपुर में आज सहायक शिक्षक , समग्र शिक्षक फेडरेशन का जेल भरो आंदोलन है। राजधानी रायपुर कम से कम भीड़ पहुंचे इस उद्देश्य से रायपुर पहुँचने के कई मार्गों में पुलिस तैनाती की खबर सामने आ रही है। वहीँ  सोशल मिडिया के माध्यम से रास्ते में पुलिस द्वारा रोके जाने की जानकारी साझा कर रहे है। ज्ञात हो कि प्रदेश के सहायक शिक्षकों की  अनिश्चित कालीन आंदोलन चल रही है। राज्य सरकार के द्वारा अब तक वेतन विसंगति के मुद्दे पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। 

 

16 अगस्त को हुई थी जोरदार धरना / प्रदर्शन - राजधानी रायपुर के तुता मैदान में प्रदेश के कोने - कोने से सहायक शिक्षक सहित एल्बी संवर्ग के हजारों शिक्षकों ने 16 अगस्त को जोरदार आक्रोश रैली निकालकर धरना प्रदर्शन किये थे। रैली के दौरान आंदोलनकारी शिक्षकों और पुलिस के बीच जोरदार झूमा झटकी भी हुई थी। वहीँ आज राजधानी के बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर प्रदेश के हजारों सहायक शिक्षक एकत्रित होकर जेल भरों आंदोलन में हिस्सा लेंगे। 

भीड़ को रोकने जगह - जगह पुलिस तैनात - प्राप्त जानकारी अनुसार राजधानी रायपुर पहुंचने के कई मार्गों में पुलिस द्वारा सहायक शिक्षकों को रोका जा रहा है। आंदोलन के दौरान राजधानी रायपुर में सहायक शिक्षकों की बड़ी संख्या आज भी राजधानी कूच कर रही है। यही कारण है कि पुलिस द्वारा भीड़ को कम करने के लोए उन्हें रास्ते में ही रोका जा रहा है। पुलिस द्वारा रोके जाने की सूचना सोशल मिडिया के माध्यम से मिल रही है। 

एक ही मांग ,, वेतन विसंगति का निराकरण - प्रदेश के सहायक शिक्षकों की एक ही मांग है गलत वेतन निर्धारण हुआ है उसका निराकरण किया जाए। लगभग दो वर्ष पहले वेतन विसंगति के मुद्दे पर अंतर्विभागीय समिति गठित की गई थी। उक्त समिति को 90 दिनों रिपोर्ट देनी थी लेकिन 2 वर्ष बीतने के बाद भी समिति द्वारा कोई रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की गई है। यही कारण है कि प्रदेश के लाखों शिक्षक आक्रोश में है। 

10 से 15 हजार का मासिक नुकसान - सहायक शिक्षक फेडरेशन के पदाधिकारियों के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार सहायक शिक्षकों के गलत वेतन निर्धारण से उन्हें प्रति माह 10 से 15 हजार रु. तक की भारी आर्थिक नुक्सान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि पिछले विधानसभा चुनाव से पहले माननीय मुख्य मंत्री ने स्वयं वेतन विसंगति को स्वीकार किये थे और सत्ता में आते ही उसे दूर करने का भरोषा दिलाया था। राज्य में कांग्रेस की सरकार को बने साढ़े चार वर्ष से ऊपर हो गए लेकिन सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति की जायज मांग अब तक पूरी नहीं हुई है। 

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