सीएसी भी मैदान में,, प्रशिक्षण का किया बहिष्कार , अनिश्चितकालीन कालीन आंदोलन में शामिल Due To The Movement Of Assistant Teachers , The Cluster Cooardinator Boycotted The Training

सहायक शिक्षकों के आंदोलन में सीएसी भी शामिल , प्रशिक्षण का किया बहिष्कार Due To The Movement Of Assistant Teachers , The Cluster Cooardinator Boycotted The Training 

a2zkhabri.com मुंगेली - प्रदेश में सहायक शिक्षकों का जोरदार आंदोलन जारी है। कार्यरत कई सीएसी भी उक्त आंदोलन में शामिल है। वेतन विसंगति के आंदोलन में शामिल होने के कारण कई संकुल समन्वयकों ने डाइट पेंड्रा में आयोजित प्रशिक्षण का बहिष्कार कर दिया है। संकुल समन्वयकों ने सामूहिक रूप से अपना आवेदन विकास खंड शिक्षा अधिकारी और ब्लाक समन्वयक को सौंप दिया है। 

बिग ब्रेकिंग- सहायक शिक्षकों के आंदोलन को पालकों का भी समर्थन,,वादा किया है तो वादा पूरा करे सरकार - पालक 

लोक शिक्षण संचालनालय ने कार्यवाही करने जारी किया निर्देश - प्रदेश में सहायक शिक्षकों के द्वारा विधान सभा घेराव करने के आंदोलन के बाद विभागीय अधिकारीयों ने भी अब सख्ती दिखाने का फरमान जारी कर कार्यवाही करने का निर्देश दिया है। सहायक शिक्षकों के द्वारा 13 दिसम्बर को जोरदार प्रदर्शन के बाद राजधानी रायपुर में जोरदार हंगामा हुआ। रैली के दौरान व्यवस्था बनाये रखने में शासन प्रशासन के हाथ पाँव फूल गए। क्योंकि जब एक लाख सहायक शिक्षकों ने विधान सभा घेराव करने निकले तो आधा किलोमीटर सड़क खचाखच भर गया। पुलिस सहायक शिक्षकों को बेरीगेटिंग कर आगे बढ़ने से रोक दिया। वही पुलिस के साथ भी भारी झूमा - झटकी हुई। 

अब जेल भरो आंदोलन - 13 दिसम्बर को विधान सभा घेराव रैली के बाद अब 15 दिसम्बर को सहायक शिक्षकों का जेल भरों आंदोलन होगा। प्रदेश के 1 लाख सहायक शिक्षक राजधानी रायपुर पहुंचकर जेल भरो आंदोलन में भाग लेंगे। वही शासन भी अब आंदोलन में भाग लेने वाले शिक्षकों की जानकारी सहित कार्यवाही करने की बात कर रही है। वही मनीष मिश्रा ने कहा कि हमारी आंदोलन से सरकार बहुत जल्द हरकत में आ गई है जिससे कहा जा सकता है कि हम अपने मंजिल के बहुत करीब है। किसी भी शिक्षक को डरने या घबराने की जरुरत नहीं है। 

सहायक शिक्षकों के आंदोलन के समर्थन में शिक्षक और व्याख्याता भी हो  शामिल - सोशल मिडिया में ऐसे कई सैकड़ों आवेदन पत्र वायरल हो रहा है जिसमे सहायक शिक्षकों के आंदोलन में शिक्षक एलबी और व्याख्याता एलबी भी आंदोलन में भाग ले रहे है। वही आने वाले दिनों में सहायक शिक्षक के आलावा कई संगठनों के सभी शिक्षक और व्याख्याता भी शामिल होंगे। सोशल मिडिया में कई सहायक शिक्षकों का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमे वे रन में शहीद होंगे या वेतन विसंगति से मुक्ति पाकर ही जायेंगे कहते हुए दिखाई दे रहे है। 

नोटिस से घबराने की जरुरत नहीं , फेडरेशन - फेरडेशन के पदाधिकारियों ने कहा है कि हम हर सहायक शिक्षक के लिए लड़ाई लड़ रहे है। विभाग द्वारा दिए जाने वाले नोटिस से हम डरने या भागने वाले नहीं है। उन्होंने कहा कि पूर्व के आंदोलन में हम ऐसे नोटिसों के कई बार होली जला चुके है। हम अपने मांगों के बिलकुल करीब है। सरकार में हलचल तेज हो गई है। ऐसे स्थिति में जेल भरों आंदोलन बहुत बड़ी आंदोलन साबित होगी। 

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